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प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बडी की खुली पोल

जांजगीर ! नवागढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र में प्रधान मंत्री आवास की सूची मे गड़बड़ी का मामला और तूल पकड़ता जा रहा है। जिला पंचायत द्वारा दिये गये

प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बडी की खुली पोल
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गांव-गांव पहुंच रही जांच टीम के सामने शिकायतों का खुला पिटारा
जांजगीर ! नवागढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र में प्रधान मंत्री आवास की सूची मे गड़बड़ी का मामला और तूल पकड़ता जा रहा है। जिला पंचायत द्वारा दिये गये जांच आदेश के बाद पंचायतो में जनपद सीईओ की टीम पहुंच रही है। इसी कड़ी में आज कटौद व तुस्मा पहुंची जांच टीम के सामने गड़बडिय़ों का पिटारा खुला। तुस्मा में तो पंचायत जनपद सदस्य पति और सरपंच पति के बीच जांच अधिकारियों के सामने ही जम कर विवाद खड़ा हो गया। दोनो ही एक दूसरे के कार्यकाल की जांच कराने की मांग करने लगे। ग्राम पंचायत भवन मे लगी भीड़ और तनाव को देखते हुए जनपद सीईओ ने मामले कीं जांच बीच में ही रोक दी जो अब पुलिस बल के साथ गांव पहुंच कर पुन: जांच करने की बात कही।
प्रधानमंत्री आवास योजना में नवागढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र के हुए गड़बड़ी की शिकायत पर अब जांच की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है और जनपद सीईओ जीएस नायक खुद मामले की जांच के लिए अपने कर्मचारियोंं के साथ गांव मे पहुंचे। सबसे पहले सीईओ कटौद गांव पहुंचे जहां सरपंच और सचिव द्वारा भेजी गई सूची मे अपात्र हुए हितग्राहियों का परीक्षण किया जिसमें मौके में कुछ और ही देखने को मिला। ग्राम पंचायत सचिव द्वारा अपना बचाव करते हुए करारोपण अधिकारी द्वारा अपनी मनमर्जी से बनाए जाने की बात कही और दबाव पूर्वक सूची बनवा कर उचित हितग्राहियो को शासन की योजना से वंचित करने की बात कही। वही जांच टीम जब तुस्मा पहुंची तो वहां का नजारा ही बदल गया। देखते ही देखते सरपंच, पंच व जनपद सदस्य इक्ठ्ठे हुए और आपस में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। सरपंच पति द्वारा ग्राम पंचायत में सूची को अनुमोदित करने की जानकारी दी गई वही 88 स्वीकृत आवास में कई लोगो का नाम अज्ञात होना बताया और कई लोगो को पक्का मकान बनाने के कारण अपात्र करने की जानकारी दी। लेकिन मौके मे उपस्थित हितग्राहियों ने इसका विरोध किया और देखते ही देखते सरपंच पति और जनपद सदस्य पति सीईओ और जनपद अध्यक्ष के सामने ही बहस करने लगे और एक दूसरे के कार्यकाल की जांच करने के लिए सीईओ पर दबाव बनाने लगे। दोनो पक्षो के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए सीईओ ने जांच को स्थगित कर दिया और कल फिर से पुलिस की मौजूदगी मे जांच करने की बात कही।
आवास चाहिए तो 30 हजार की मांग
जांच टीम के सामने तुस्मा पंचायत में उपस्थित पंचो ने पंच पति पर प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची लेकर गांव के कई हितग्राहियो से 30 हजार रूपए की मांग किए जाने की शिकायत की जिस पर विपक्ष के प्रतिनिधियों ने मामला का खुलासा करने के लिए दबाव बनाया और देखते ही देखते जांच अधिकारियों के सामने पंच ने पंच पति को सामने ला कर खड़ा कर दिया और पंच पति ने 30 हजार रूपए मांग किए जाने की बात स्वीकार की।
जांच टीम से एक सदस्य नदारत
जनपद पचायत सीईओ ने बताया कि जिला पंचायत सीईओ के आदेश के बाद गुरूवार को टीम का गठन किया गया था। जिसमें जनपद पंचायत के करारोपण अधिकारी अयोध्या बंजारे और शाखा प्रभारी प्रमोद साव को टीम मे शामिल किया गया। लेकिन करारोपण अधिकारी अयोध्या ने फोन से सूचना देकर छुट्टी लेकर बाहर जाने की बात कही थी। लेकिन विधानसभा सत्र के कारण किसी को छुट्टी नहीं दिया गया। इसके बाद भी जांच में नहीं पहुंचना गंभीर लापरवाही है, सीईओ ने कहा कि इसकी जानकारी उच्च अधिकारियो को दी जायेगी और इसमें कड़ी कार्रवाही की जावेगी।


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