फिलहाल भाजपा नहीं पीडीपी की सौदेबाजी से जूझ रही है नेकां, पीडीपी ने राज्यसभा में समर्थन को पार्टी के निजी विधेयकों से जोड़ा
हालांकि नेकां को डर था कि राज्यसभा चुनावों के लिए भाजपा सौदेबाजी और खरीद फरोख्त पर उतरेगी पर वह उस समय हैरान रह गई जब पीडीपी ने समर्थन के बदले समर्थन की मांग कर सौदेबाजी करनी आरंभ कर दी

जम्मू। हालांकि नेकां को डर था कि राज्यसभा चुनावों के लिए भाजपा सौदेबाजी और खरीद फरोख्त पर उतरेगी पर वह उस समय हैरान रह गई जब पीडीपी ने समर्थन के बदले समर्थन की मांग कर सौदेबाजी करनी आरंभ कर दी।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्षा महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि पार्टी राज्यसभा चुनावों में समर्थन देगी, बशर्ते सरकार पीडीपी द्वारा प्रायोजित भूमि अधिकार विधेयक और जम्मू कश्मीर विधानसभा में दिहाड़ी मजदूरों के नियमितीकरण विधेयक का समर्थन करे।
उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने उनसे समर्थन मांगा है और उनकी पार्टी आगामी राज्यसभा चुनावों में नेशनल कांफ्रेंस का समर्थन करने पर विचार कर सकती है।
महबूबा मुफ्ती ने संवाददाताओं से कहा कि फारूक साहब ने मुझे फोन किया और राज्यसभा चुनावों के लिए पीडीपी का समर्थन मांगा। हमारा नेतृत्व मिलकर इस मामले पर चर्चा करेगा।
हालांकि, मैंने उन्हें यह भी बताया कि हमने भूमि अधिकारों और दिहाड़ी मजदूरों से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए हैं। अगर सरकार इन विधेयकों को पारित करने में अपना सहयोग देती है, तो शायद हम इस पर विचार करेंगे।
याद रहे पीडीपी लंबे समय से केंद्र शासित प्रदेश में भूमि स्वामित्व और दिहाड़ी मजदूरों के नियमितीकरण से संबंधित सुधारों की वकालत करती रही है। गौरतलब है कि पीडीपी का दावा है कि अगर ये विधेयक पारित हो जाते हैं, तो हजारों परिवारों, खासकर ग्रामीण इलाकों और अस्थायी सरकारी कर्मचारियों को लाभ होने की उम्मीद है।
इस बीच, नेशनल कांफ्रेंस, जिसने हाल ही में अपने उम्मीदवारों के लिए पीडीपी का समर्थन मांगा था, ने अभी तक इस प्रस्ताव पर औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। गौरतलब है कि पीडीपी ने पिछले विधानसभा सत्र में शराबबंदी और दिहाड़ी मजदूरी नियमितीकरण से संबंधित विधेयक पेश किए थे। इन विधेयकों के वित्तीय निहितार्थ भी महत्वपूर्ण हैं, और पार्टी ने सत्र के दौरान भूमि नियमितीकरण से संबंधित एक विधेयक भी पेश किया है।


