उमर अब्दुल्ला का बड़ा आरोप, भाजपा राज्यसभा चुनाव जीतने की खातिर विधायकों की खरीद फरोख्त करेगी
उमर अब्दुल्ला ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा पर आरोप लगाया कि उसके पास बहुमत नहीं है, फिर भी वह एजेंसियों, धनबल और दबाव के जरिए सीटें जीतने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास केवल 28 विधायक हैं, ऐसे में अगर वह 3 सीटें जीतती है तो यह खरीद-फरोख्त का साफ संकेत होगा

जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आगामी राज्यसभा चुनाव स्पष्ट रूप से यह उजागर कर देगा कि कौन से राजनीतिक दल और विधायक भाजपा के साथ हैं और कौन वास्तव में विपक्ष में हैं पर उमर अब्दुल्ला ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा पर आरोप लगाया कि उसके पास बहुमत नहीं है, फिर भी वह एजेंसियों, धनबल और दबाव के जरिए सीटें जीतने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास केवल 28 विधायक हैं, ऐसे में अगर वह 3 सीटें जीतती है तो यह खरीद-फरोख्त का साफ संकेत होगा।
पत्रकारों से बात करते हुए, उमर ने कहा कि नेकां ने शुरुआत में कांग्रेस के लिए एक सीट रखी थी, लेकिन पार्टी पीछे हट गई। वे कहते थे कि नेकां अब चारों सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हम चार उम्मीदवार उतारेंगे और यह चुनाव इस बात की असली परीक्षा होगी कि कौन भाजपा के साथ है और कौन भाजपा के खिलाफ है।
उमर ने कहा कि जो भी विधायक चुनाव से दूर रहेगा या भाजपा का साथ देगा, उसका सार्वजनिक रूप से पर्दाफाश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास 28 विधायक हैं। जो कोई भी मतदान से दूर रहेगा या भाजपा के पक्ष में वोट देगा, वह जनता को पता चल जाएगा और लोग देख लेंगे कि भाजपा के असली दोस्त कौन हैं और उसके विरोधी कौन हैं।
हालांकि इससे पहले कांग्रेस ने जोखिम भरी राज्घ्यसभा की चौथी सीट से अपना उम्घ्मीदवार मैदान में उतारने से इंकार कर दिया है पर नेशनल कांफ्रेंस अंतिम समय तक उसे इस खतरे को मोल लेने के लिए मनाती रही है।
हालांकि नेकां प्रवक्ता तनवीर सादिक ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चौथी सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा, इसका फैसला जल्द ही लिया जाएगा।
कांग्रेस के रुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि उनका मानना है कि वे धर्मनिरपेक्ष विधायकों की मदद से चौथी सीट भी हासिल कर सकते हैं। गौरतलब है कि आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए आज यहां विधानसभा परिसर में तीन नेकां उम्मीदवारों ने भी अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।


