जम्मू पुलिस ने स्पा सेंटरों पर छापेमारी की, आपत्तिजनक सामग्री जब्त
जम्मू पुलिस ने रविवार को अवैध और अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दक्षिण जोन के पूर्वी उपमंडल के अधिकार क्षेत्र में आने वाले कई स्पा सेंटरों पर एक साथ छापे मारे

जम्मू। जम्मू पुलिस ने रविवार को अवैध और अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दक्षिण जोन के पूर्वी उपमंडल के अधिकार क्षेत्र में आने वाले कई स्पा सेंटरों पर एक साथ छापे मारे।
पुलिस बल ने चन्नी हिम्मत थाने के एसएचओ के नेतृत्व में अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ महिला पुलिस अधिकारियों और एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस टीमों ने छापेमारी की। इस अभियान के दौरान स्पा सेंटरों की गहन जांच की गई। स्पा सेंटरों द्वारा रखे गए रजिस्टरों की छानबीन की गई और आगे की जांच के लिए संदिग्ध स्थलों से डीवीआर और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। जांच के तहत कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है।
यह पूरा अभियान एसडीपीओ ईस्ट और एसपी सिटी साउथ की निगरानी और एसएसपी जम्मू के समग्र पर्यवेक्षण में चलाया गया।
इस संबंध में संबंधित पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है। मामले में किसी व्यापक नेटवर्क की संलिप्तता का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।
जम्मू पुलिस की तरफ से यह अभियान प्रशासन के सहयोग से की गई एक सुनियोजित और समन्वित कार्रवाई थी। पुलिस ने यह कार्रवाई क्षेत्र के कुछ स्पा सेंटरों में चल रहे अनैतिक कार्यों की शिकायत मिलने के बाद की।
जम्मू पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने और सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित और कानूनी वातावरण सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराती है। जम्मू पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की आम जनता और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं दोनों ने व्यापक रूप से सराहना की है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा जम्मू में रविवार को 20 किलोमीटर की ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन का आयोजन किया गया। इस मैराथन में 10,000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आयोजित किए मैराथन का उद्देश्य फिटनेस, और ड्रग्स के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना और भाईचारे को बढ़ावा देना है।
जम्मू-कश्मीर के एडीजीपी आनंद जैन ने कहा, "जम्मू-कश्मीर मैराथन हमारा एक वार्षिक कार्यक्रम है। इस वर्ष मैराथन में पिछले साल की तुलना में दोगुने से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। सभी वर्गों में प्रतिस्पर्धा करने वालों की संख्या बढ़ी है और लोगों ने जोश के साथ हिस्सा लिया है। 8 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के लोगों ने मैराथन में हिस्सा लिया है।"
उन्होंने कहा, "रन फॉर यूनिटी हमारा एक संदेश भी है। पुलिस और समाज के बीच जो संबंध है उसे लेकर हम सजग हैं। पुलिस और जनता के बीच समन्वय बनाने का यह एक मंच भी है। दूसरा यह है कि मैराथन स्वास्थ्य और राष्ट्र निर्माण में स्वास्थ्य की भूमिका को देखते हुए बेहद अहम है।"


