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ओपन मेरिट स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने सीएम उमर से की भर्ती अभियान स्थगित करने की मांग

ओपन मेरिट स्टूडेंट्स एसोसिएशन (ओएमएसए) ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से आरक्षण नीति को तर्कसंगत बनाए जाने तक भर्तियां रोकने का आग्रह किया

ओपन मेरिट स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने सीएम उमर से की भर्ती अभियान स्थगित करने की मांग
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सीएम उमर ने आरक्षण मुद्दे पर उप-समिति को अपना काम पूरा करने के लिए 6 महीने का मांगा समय

श्रीनगर। ओपन मेरिट स्टूडेंट्स एसोसिएशन (ओएमएसए) ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से आरक्षण नीति को तर्कसंगत बनाए जाने तक भर्तियां रोकने का आग्रह किया।

ओएमएसए आरक्षण नीति के खिलाफ अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। उनकी यह मांग उन विद्यार्थियों और ओपन कैटेगरी के उम्मीदवारों की ओर से श्रीनगर में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आरक्षित श्रेणी के लिए उच्च दर के विरोध में किए गए विरोध प्रदर्शन के कुछ दिनों बाद आई है।

इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के श्रीनगर सांसद रूहुल्लाह मेहदी ने किया और इसमें पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता वहीद पारा और इल्तिजा मुफ्ती, लंगेट के विधायक शेख खुर्शीद तथा श्रीनगर के पूर्व महापौर जुनैद मट्टू सहित कई राजनीतिक नेता शामिल हुए।

बाद में, मुख्यमंत्री ने छात्र प्रतिनिधियों के एक समूह से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री से मिलने वाले विद्यार्थिय़ों के समूह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आरक्षण मुद्दे पर उप-समिति को अपना काम पूरा करने के लिए छह महीने का समय मांगा है।

ओएमएसए ने कहा “ मुख्यमंत्री के साथ विचार-विमर्श के बाद हमें बताया गया कि बैठक के विवरण के साथ एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति तुरंत जारी की जाएगी। हालांकि, 48 घंटे से अधिक समय बीत चुका है और अभी तक ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया गया है।”

उन्होंने मुख्यमंत्री से इस प्रेस वक्तव्य को जल्द से जल्द जारी करने की सुविधा देने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा “ इसके अलावा, मौजूदा प्रणाली के तहत भर्ती जारी रखने से ओपन मेरिट उम्मीदवारों को अनुचित रूप से नुकसान होगा। हम सरकार से दृढ़ता से आग्रह करते हैं कि जब तक समीक्षा पूरी नहीं हो जाती और आरक्षण नीति को तर्कसंगत नहीं बनाया जाता, तब तक सभी भर्ती प्रक्रियाओं को रोक दिया जाए, ताकि निष्पक्षता सुनिश्चित हो और आगे भेदभाव को रोका जा सके।”


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