अनंतनाग हमला से जम्मू बंद
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकवादी हमले के विरोध में आज जम्मू पूर्ण बंद रहा। कल रात हुए हमले में सात लोगों की मौत हुई है और 19 अन्य घायल हुए हैं

जम्मू। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकवादी हमले के विरोध में आज जम्मू पूर्ण बंद रहा। कल रात हुए हमले में सात लोगों की मौत हुई है और 19 अन्य घायल हुए हैं।
घायलों में तीन पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। हमले के विरोध में समूचा जम्मू शहर बंद रहा। प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए।
नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस सहित विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और टीम जम्मू के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकाली । प्रदर्शनकारियों ने कुछ स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम कर दिया और टायरों को जलाकर अपना आक्रोश जताया।
बंद को चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज ने भी समर्थन दिया है।
टीम जम्मू संस्था के अध्यक्ष जोरावर जामवल ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, “आश्चर्य की बात है कि कश्मीर पुलिस प्रमुख का कहना है कि आतंकवादियों ने जिस बस पर हमला किया, वह काफिले का हिस्सा नहीं थी और न ही श्राइन बोर्ड में पंजीकृत थी ।
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा है कि बस में कुछ तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी और वह काफिले से छूट गई थी।”
उन्होंने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि बस काफिले का हिस्सा थी या नहीं , बल्कि घाटी में आये लोगों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
इस बीच जम्मू में स्थानीय प्रशासन ने अफवाहों अथवा हमले के भड़काऊ संदेश या तस्वीरों के प्रसार पर रोक लगाने के लिए कल देर रात इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी।
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पर कुछ उकसाने वाले पोस्ट डाले जाने पर तनाव फैलने की आशंका के मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गयी है और इन सेवाओं का बहाल होना स्थिति और सुरक्षा संदर्भों पर निर्भर है।


