जम्मू और कश्मीर नेशनल कांफ्रेस को उपराज्यपाल से उम्मीद
जम्मू और कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने कल उम्मीद जाहिर की कि राजभवन में आये बदलाव के बाद लोगों की पहुंच राजभवन तक होगी और लोगों को हुये

जम्मू । जम्मू और कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने कल उम्मीद जाहिर की कि राजभवन में आये बदलाव के बाद लोगों की पहुंच राजभवन तक होगी और लोगों को हुये कष्टों को कम करने के लिये ईमानदारी से प्रयास किये जायेंगे।
नेशनल कांफ्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में जारी एक संयुक्त बयान में कहा, “हम लोगों को यह उम्मीद है कि राजभवन में आये बदलाव के बाद लोगों की पहुंच राजभवन तक होगी और लोगों को हुये कष्टों को कम करने के लिये ईमानदारी से प्रयास किये जायेगे।”
बयान में केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल श्री गिरीश चंद्र मुर्मू के प्रशासनिक अनुभव के संदर्भ में कहा गया है कि हमें विश्वास है कि वह जम्मू-कश्मीर के गरिमा और विशिष्ट पहचान को बनाये रखते हुए उसके प्राचीन गौरव की बहाली के संबंध में लोगों की गहरी भावना और संवेदनशीलता को समझने की कोशिश करेंगे।
बयान में कहा गया, “इसलिए जम्मू-कश्मीर राज्य के पुर्नरुद्धार के लिये प्राथमिकता पर ध्यान देना चाहिए।” उन्होंने कहा कि हमें यह भी उम्मीद है कि श्री मुर्मू अशांत क्षेत्र में स्थिति सामान्य करने और शांति की बहाली की दिशा में काम करने के लिए प्रधानमंत्री से अपनी निकटता का उपयोग करेंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संचार सुविधाओं की बहाली और लोगों पर लगाये प्रतिबंधों को हटाना महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने राज्य के नेताओं खिलाफ कार्रवाई को ‘असंवैधानिक और अभूतपूर्व’ बताते हुए सभी राजनीतिक नेताओं को तत्काल रिहा करने की भी मांग की।
उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि श्री मुर्मू निष्पक्षता के साथ स्थिति का जमीनी स्तर विश्लेषण करेंगे और 85दिनों से प्रतिबंधों का सामना कर रहे लोगों के बीच विशेष रूप से कश्मीर घाटी में आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए तत्परता के साथ सुधारात्मक उपाय करेंगे।”
नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं ने कहा कि अलगाव की भावना को समाप्त किये जाने के लिये और इस अभूतपूर्व स्थिति के अंतर को पाटने के लिए अतिरिक्त उपाय किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल राज्य के लोगों की पीड़ा और नुकसान को महसूस करेंगे।


