Top
Begin typing your search above and press return to search.

जम्मू-कश्मीर के एलजी श्रीनगर में अमरनाथ यात्री निवास के 'भूमि पूजन' में शामिल हुए

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को श्रीनगर के पंथा चौक पर अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के एक यात्री निवास के 'भूमि पूजन' में भाग लिया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी

जम्मू-कश्मीर के एलजी श्रीनगर में अमरनाथ यात्री निवास के भूमि पूजन में शामिल हुए
X

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को श्रीनगर के पंथा चौक पर अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के एक यात्री निवास के 'भूमि पूजन' में भाग लिया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। नए यात्री निवास बन जाने से अमरनाथ यात्रा से जुड़े सभी हितधारकों, संगठनों और देश-विदेश के श्रद्धालु की लंबे समय से लंबित मांग पूरी होगी। यह 25 कनाल भूमि पर बनाया जाएगा और यह पूरा हो जाने के बाद यात्री निवास में 3,000 से अधिक तीर्थयात्रियों को ठहरने की सुविधा मिलेगी।

सिन्हा ने कहा कि जम्मू और श्रीनगर में बन रहे यात्री निवास को आध्यात्मिकता और ज्ञान के जीवंत केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए सालभर आध्यात्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए यादगार और आरामदायक अनुभव बनाने के उद्देश्य से रामबन, जम्मू और अब श्रीनगर में यात्री निवास का निर्माण शुरू किया है।

दोनों यात्री निवासों में पूजा स्थलों पर शाम की 'आरती' होगी। एक आम कमरा होगा और आने वाले तीर्थयात्रियों को जम्मू-कश्मीर की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक पुस्तकालय होगा।

अमरनाथ यात्रा 30 जून से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगी।

बताया गया कि इस वर्ष पहलगाम और बालटाल एक्सिस में टेंट और प्रीफैब संरचनाओं का प्रावधान किया गया है, जिससे पहले की यात्राओं की तुलना में 57 प्रतिशत अधिक तीर्थयात्रियों के ठहरने की सुविधा होगी।

यात्रा के सभी मार्गो पर नौ जिलों में लंगर, पानी, विश्राम स्थल, वाशरूम और आरएफआईडी ट्रैकिंग की व्यापक व्यवस्था की गई है।

कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा और पंजतरणी, पवित्र गुफा और शेषनाग के पास आइसोलेशन होम का निर्माण किया जाएगा।

श्रीनगर में तीर्थयात्रियों के लिए 100 बेड की कोविड केयर फैसिलिटी भी तैयार की जा रही है। इसके अलावा, ऑक्सीजन बूथों की संख्या इस वर्ष 14 से बढ़ाकर 26 कर दी गई है और तीर्थयात्रियों के लिए बालटाल और चंदनवाड़ी में 30 बिस्तरों के दो अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it