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सीएए के खिलाफ जामिया के प्राध्यापकों ने इंडिया गेट पर निकाला कैंडल मार्च

जामिया मिलिया इस्लामिया परिसर के बार सोमवार को दिनभर प्रदर्शन चला

सीएए के खिलाफ जामिया के प्राध्यापकों ने इंडिया गेट पर निकाला कैंडल मार्च
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नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया परिसर के बार सोमवार को दिनभर प्रदर्शन चला। प्रदर्शन में शामिल सैकड़ों प्राध्यापक शाम होते-होते इंडिया गेट पहुंच गए, जहां उन्होंने कैंडल मार्च निकाला। जामिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों ने इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति के सामने कैंडल मार्च निकाला। प्रोफेसर माजिद जमील ने आईएएनएस को बताया कि वे लोग जामिया यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई व नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अपना विरोध दर्ज कराने इंडिया गेट पहुंचे और कैंडल मार्च किया।

कैंडल मार्च का आयोजन जामिया टीचर्स एसोसिएशन ने किया था। प्रोफेसरों के साथ ही बड़ी संख्या में छात्र भी इंडिया गेट पहुंचे और नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ नारेबाजी की।

छात्रों ने 'पीएम गो होम', 'होम मिनिस्टर गो होम', 'कैब शैब नहीं चाहिए' और 'जामिया में हिंसा नहीं चाहिए' जैसे नारे लगाए।

जामिया प्रोफेसर व टीचर्स ने इंडिया गेट पहुंचकर अमर जवान ज्योति व इंडिया गेट का एक चक्कर लगाया। इसके बाद अमर जवान ज्योति के सामने मोमबत्ती जलाकर उन्होंने दिल्ली पुलिस व सीएए को लेकर केंद्र सरकार के प्रति अपना विरोध दर्ज किया।

जामिया के सभी छात्रों व अध्यापकों ने इंडिया गेट मोमबत्तियां जलाने के बाद एक साथ राष्ट्रगान गाया। राष्ट्रगान के बाद बड़ी तादाद में इंडिया गेट पर मौजूद छात्रों ने अमर जवान ज्योति के सामने सड़क पर बैठकर धरना दिया। यहां इन छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी की। छात्र करीब 1 घंटा तक तालियां बजाकर और गाने गाकर सीएए और एनआरसी के प्रति नाराजगी जताते रहे।

अमर जवान ज्योति के सामने धरने पर बैठे जामिया के छात्रों ने कहा, "हम पुलिस की लाठी, गोली खाएंगे लेकिन एनआरसी व सीएए में नाम लिखवाने के लिए कोई कागज सरकार को नहीं दिखाएंगे।"

छात्रों के साथ खड़े प्रोफेसर भी इस दौरान विरोध प्रदर्शन करते रहे। छात्रों व प्रोफेसरों का प्रदर्शन अगल-बगल लेकिन एक साथ चलता रहा। छात्र जहां ऊंची आवाज में जिंदाबाद, मुदार्बाद के नारे लगाते रहे, वहीं प्रोफेसर बगल में खड़े मंद आवाज में जामिया से जुड़े कुछ गीत गुनगुनाते रहे।

जामिया के छात्रों व प्राध्यापकों को अपना समर्थन देने के लिए एससी/एसटी, ओबीसी परिसंघ के दर्जनों कार्यकर्ता भी इंडिया गेट पहुंचे। परिसंघ के सदस्यों ने जामिया छात्रों के साथ मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने सरकार से नागरिकता संशोधन कानून को वापस लेने की मांग दोहराई।

जामिया छात्रों व अध्यापकों के इंडिया गेट पर चले इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स के जवान मौजूद रहे। हालांकि पुलिस या रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने इस दौरान सीएए विरोधी इस प्रदर्शन में कोई हस्तक्षेप नहीं किया और एक निश्चित दूरी बनाए रखी।


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