हिंसा की न्यायिक जांच की मांग को लेकर जामिया की छात्राओं ने दायर की याचिका
जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के तीन छात्राओं ने मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट में रविवार को विश्वविद्यालय परिसर में हुई पुलिस व अर्धसैनिक बलों की कार्रवाई की जांच के संबंध में याचिका दायर की

नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के तीन छात्राओं ने मंगलवार को दिल्ली हाईकोर्ट में रविवार को विश्वविद्यालय परिसर में हुई पुलिस व अर्धसैनिक बलों की कार्रवाई की जांच के संबंध में याचिका दायर की। छात्राओं ने दायर याचिका में हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक अदालत निगरानी समिति का गठन कर पुलिस व अर्धसैनिक बलों द्वारा की गई कार्रवाई में हुई हिंसा की न्यायिक जांच करने की मांग की है।
विश्वविद्यालय की तीन छात्राओं नबीला हसन, लदिदा फरजाना और आयशा रेना द्वारा दायर याचिका में विश्वविद्यालय को फिर से खोलने और जामिया नगर इलाके में रविवार को हुए हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस की कार्रवाई में हिरासत में लिए गए छात्रों और अन्य लोगों की रिहाई की भी मांग की गई है।
याचिका में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत दायर की गई है और इसमें अनुच्छेद 14 और 21 के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस को प्रतिवादी बनाया गया है।
छात्राओं ने याचिका में रविवार की हिंसा में घायल हुए लोगों के लिए पर्याप्त मुआवजे की भी मांग की है।


