जमात-ए-इस्लामी हिंद ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न की गृह मंत्री से की शिकायत
जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रमुख ने कहा कि संगठन ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को राहत प्रदान करने वाले उनके कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ कथित पुलिस कार्रवाई के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है

नई दिल्ली। जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रमुख सआदतुल्लाह हुसैनी ने गुरुवार को कहा कि संगठन ने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को राहत प्रदान करने वाले उनके कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ कथित पुलिस कार्रवाई के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है। कुल 26 लोगों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस द्वारा सामाजिक कार्यकर्ताओं और छात्र नेताओं को हिरासत में लेने व उनकी गिरफ्तारी जैसी कई घटनाएं सामने आई हैं।
पत्र में आरोप लगाया गया है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल रहे लोगों के खिलाफ भी पुलिस बेवजह की कार्रवाई कर रही है।
पत्र में कहा गया है, हमने देखा है कि अत्यधिक सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ताओं को 2020 की उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा से संबंधित झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।
इन कार्यकतार्ओं को लॉकडाउन के दौरान पूछताछ के लिए पुलिस थानों में आने के लिए कहा जा रहा है। पत्र में कहा गया है, इस समय जब अदालतें आंशिक रूप से काम कर रही हैं और लॉकडाउन के कारण संचार सीमित है, ऐसे में दिल्ली पुलिस द्वारा अनावश्यक उत्पीड़न किया जा रहा है।
पत्र में कहा गया है, पुलिस की कार्रवाई कानून का पालन करने वाले नागरिकों के लिए बहुत चिंता और कठिनाई पैदा कर रही है, जो वर्तमान में सामाजिक कार्यों में लगे हुए हैं और गरीबों और जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं।


