फरीदकोट : पूर्व एसएचओ गुरमीत सिंह ने छात्रों से मांगी माफी
पंजाब में फरीदकोट जिले के जैतो थाना के पूर्व एसएचओ इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने छात्रों तथा किसान संगठन के सदस्यों से कल माफी मांग ली

फरीदकोट। पंजाब में फरीदकोट जिले के जैतो थाना के पूर्व एसएचओ इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह ने छात्रों तथा किसान संगठन के सदस्यों से कल माफी मांग ली ।
श्री सिंह ने अपनी गलती का अहसास होने के बाद छात्रों से माफी मांगते हुये कहा कि कृपया उन्हें डीएसपी तथा गनमैन की मौत के लिये दोषी न बताया जाये । उन्होंने दावा किया “ ये मौतें आकस्मिक थीं ।
माफी मांगने के बाद भाकियू के अध्यक्ष बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा “ हम सरकार से आग्रह करते हैं कि दोनों मौतों के लिये जिम्मेदारी तय की जाये और यदि श्री सिंह दोषी पाये जाते हैं उन्हें दंडित किया जाये ।
ज्ञातव्य है कि गत 12 जनवरी को जैतो पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सेंटर पर एक छात्रा सहित तीन छात्रों के साथ मारपीट की थी ।
इसके विरोध में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसे भाकियू(डकोंडा)का समर्थन प्राप्त था । एसएचओ ने बस स्टैंड पर खड़े छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया ।
छात्र प्रदर्शन के कारण दोनों पक्षों के बीच सुलह की जिम्मेदारी डीएसपी को दी गई । माफी मांगने को लेकर छात्र तथा भाकियू के सदस्यों ने 29 जनवरी को प्रदर्शन किया ।
श्री संधू ने छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने डीएसपी पर एसएचओ का पक्ष लेने का आरोप लगाया जिससे आहत डीएसपी ने खुद को गोली मार ली और एक गोली उनके सिर को भेदती हुई पीछे खड़े गनमैन की आंख में लगी ।
इस मामले में पुलिस ने छात्रों तथा भाकियू सदस्यों के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला दर्ज किया था।
इसबीच एसएचओ गुरमीत का तबादला कर दिया गया और उसके खिलाफ मजिस्ट्रेटी जांच शुरू कर दी गई ।
इस मामले को हल करने के लिये उसने छात्रों से कल माफी की पेशकश की ।
सूत्रों के अनुसार पुलिस छात्रों तथा भाकियू सदस्यों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने को राजी हो गयी है ।
छात्र भी अपना प्रदर्शन वापस लेने को सहमत हो गये हैं ।
जिला पुलिस अधीक्षक नानक सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर गुरमीत के खिलाफ विभागीय कार्रवाई जारी रहेगी ।
उन्होंने प्राथमिकी रद्द किये जाने के बारे में कोई टिप्पणी करने से इंकार किया ।


