जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री से सीमा मसले पर खरी खरी बात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज यहां जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर चीन के नये विदेश मंत्री चिन गांग से मुलाकात की और सीमा मसले के समाधान पर जोर दिया

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज यहां जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर चीन के नये विदेश मंत्री चिन गांग से मुलाकात की और सीमा मसले के समाधान पर जोर दिया।
डॉ. जयशंकर ने इस बारे में ट्वीटर पर स्वयं जानकारी दी कि उन्होंने आज दोपहर चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात की और उनकी बातचीत मुख्यत: द्विपक्षीय संबंधों में मौजूदा चुनौतियों के समाधान खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता स्थापित करने पर केन्द्रित थी। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि बैठक में जी-20 के एजेंडा को लेकर भी बातचीत हुई।
डॉ. जयशंकर ने कहा, “मैं चीन के विदेश मंत्री चिन गांग से आज दोपहर में मिला। उनके विदेश मंत्री बनने के बाद से यह हमारी पहली मुलाकात थी और हमारी बातचीत करीब 45 मिनट तक चली।” उन्होंने कहा, “हमारी बातचीत का अधिकांश भाग हमारे द्विपक्षीय संबंधों की मौजूदा स्थिति के बारे में था जिसे मैंने कई बार असामान्य कहा है। बैठक में मैंने उन विशेषणों का भी प्रयोग किया और कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे बीच कुछ वास्तविक समस्याएं हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। हमारे बीच उन पर साफगोई से बात हुई है और आज हम यही चाहते थे।”
उन्होंने कहा कि हमने जी-20 के एजेंडा पर भी संक्षेप में बातचीत की। लेकिन मुख्य ज़ोर हमारे द्विपक्षीय संबंधों और उन द्विपक्षीय संबंधों में चुनौतियों का हल करने खासकर सीमावर्ती इलाकों में शांति एवं स्थिरता बहाल करना।
बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बुधवार को कहा था कि चीन भारत के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। भारत एवं चीन प्राचीन सभ्यताएं हैं और दोनों देशों की आबादी एक अरब से अधिक है। हम पड़ोसी देश और विश्व की उभरती अर्थव्यवस्थाएं हैं। चीन एवं भारत के अच्छे संबंध दोनों देशों एवं उसकी जनता के बुनियादी हित में है।


