मंदसौर हिंसा की जैन आयोग रिपोर्ट सार्वजनिक हो : आप
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल ने मंदसौर हिंसा की जांच के लिए गठित जैन आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है

भोपाल। आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल ने मंदसौर हिंसा की जांच के लिए गठित जैन आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है। अग्रवाल ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आयोग की रिपोर्ट कहती है कि गोली चलाने में नियमों का पालन नहीं हुआ, पहले पांव पर गोली चलानी थी, लेकिन सीधी दागी गई। पुलिस और प्रशासन में सामंजस्य नहीं था। सीएसपी को गोली चलाने की सूचना नहीं दी गई। जिला प्रशासन ने किसानों की मांगें जानने की कोशिश ही नहीं की। इतना ही नहीं, अप्रशिक्षित बल ने आंसूगैस के गोले चलाए, जो असफल रहे। सूचना सीएसपी को दी होती तो दोबारा गोली चलाने की नौबत ही न आती। सूचना तंत्र फेल हुआ।
उन्होंने कहा कि जो मीडिया रिपोर्ट सामने आई हैं, उसके आधार पर सीधे-सीधे इसके लिए प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए थी, लेकिन अगर आयोग ने प्रशासन और पुलिस को क्लीन चिट दी है तो यह बेहद चौंकाने वाला है।
आप नेता ने कहा कि इस मामले में अगर कोई अधिकारी दोषी नहीं है तो इतनी बड़ी घटना कैसे हो गई। उल्टे, पीड़ित किसानों को ही दोषी ठहराने की कोशिश की गई है, जिन पर मामले दर्ज हैं। यह रिपोर्ट सीधे-सीधे शिवराज सरकार के किसान विरोधी चेहरे को उजागर करती है।
अग्रवाल ने कहा कि इसी तरह 1998 में मुलताई में कांग्रेस सरकार ने किसानों पर गोली चलाई थी और इसमें 18 किसानों की मौत हुई थी। तब भी कोई अधिकारी दोषी नहीं पाया गया और किसान व किसान नेताओं को आजीवन कारावास मिला। दोनों पार्टियों के लिए किसानों की समस्याओं से कोई मतलब नहीं है और वे महज अपने चुनावी फायदे के लिए किसानों से हमदर्दी का ढोंग करती हैं।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का मानना है कि जैन आयोग की पूरी रिपोर्ट, सभी सिफारिशें, तथ्य और उनके निष्कर्ष समेत सभी तथ्य तुरंत सार्वजनिक किए जाने चाहिए। साथ ही मंदसौर हिंसा की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए और दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए।


