जंगल में आग से तबाही
जगदलपुर ! माचकोट वन परिक्षेत्र,कोलेंग वन परिक्षेत्र तथा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का एक बड़ा इलाका पिछले करीब एक सप्ताह से आग की चपेट में है।

800 वर्ग किलो मीटर में फैला जंगल आग की चपेट में
वनविभाग सप्ताहभर बाद भी नहीं पा सका आग पर काबू
जगदलपुर ! माचकोट वन परिक्षेत्र,कोलेंग वन परिक्षेत्र तथा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का एक बड़ा इलाका पिछले करीब एक सप्ताह से आग की चपेट में है। पूरा जंगल धू-धू कर जल रहा है और वन विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे है। करीब 800 वर्ग किलो मीटर में फ ैला यह वन क्षेत्र, यहां विचरण करने वाले वन्य प्राणी के साथ पूरा पर्यावरण खतरे में है और वनविभाग का भारी भरकम अमला मूकदर्शक बना हुआ है। जंगल को आग से बचाने के लिए प्रतिवर्ष एक बड़ी धनराशि खर्च की जाती है लेकिन 6 दिनों से लगी आग अब तक नहीं बुझाई जा सकी है। कई दुर्लभ जड़ी बूटियां, कई वन्य प्राणियों का अस्तित्व और बेस कीमती जंगल खतरे में है। वन मार्गो के दोनों ओर हरे भरे पेड़ों में भी आग लग रही है और पेड़ जलकर रास्ते पर धराशायी हो रहे है जिससे जगह जगह मार्ग अवरूद्ध हो गया है। नगरनार स्टील प्लांट के लिए पानी हेतु पाईप लाईप बिछाने के लिए तिरिया-धनपुंजी मार्ग के दोनों ओर पेड़ों की कटाई शुरू हो चुकी है जिससे इस घने जंगल का बड़ा नुकसान तो होगा ही उस पर यह आग बड़ा कहर बरपा रही है।


