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दिल्लीवासियों का अभियान में हिस्सा लेना बेहद जरूरी : केजरीवाल

 दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए राज्य की अरविंद केजरीवाल सरकार अभियान चलाएगी। इस अभियान का नाम 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट रखा गया है

दिल्लीवासियों का अभियान में हिस्सा लेना बेहद जरूरी : केजरीवाल
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नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया से निपटने के लिए राज्य की अरविंद केजरीवाल सरकार अभियान चलाएगी। इस अभियान का नाम 10 हफ्ते, 10 बजे, 10 मिनट रखा गया है। इसकी शुरुआत रविवार से होगी। आज यहां इस मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अपने परिवार को डेंगू से बचाने के लिए दिल्लीवासियों का इस अभियान में हिस्सा लेना बेहद जरूरी है। रविवार को 10 बजे अगर आप कुछ कर रहे हैं तो प्लीज कैंसिल कर दीजिए।

बस अपने घर की चेकिंग करनी है और डेंगू को हराना है। एक सितंबर से शुरू हो रहे इस अभियान में लोग जांच करेंगे कि उनके घर के आसपास कहीं डेंगू का मच्छर तो नहीं पनप रहा है। जागरूकता कैंपेन के ऐलान के साथ ही सीएम केजरीवाल ने 2015 से 2019 तक के डेंगू और चिकनगुनिया के आंकड़े भी लोगों के सामने रखा है।

सरकार का दावा है कि उनकी सरकार में दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप 80 फीसदी तक कम हुआ। बता दें कि साल 2015 में 15,867 केस सामने आए जिसमें 60 लोगों की मौतें हुई जबकि 2018 में 2,798 मामले सामने आए और 4 लोगों की मौत हुई। केजरीवाल ने कहा, डेंगू का मच्छर केवल साफ पानी में होता है। साफ पानी अगर थोड़े दिन के लिए इकट्ठा हो जाए और उसको बदला न जाए तो उस साफ पानी के अंदर डेंगू के अंडे पैदा होते हैं। वे अंडे 8 से 10 दिन के अंदर मच्छर में कन्वर्ट हो जाते है। अगर हम 8 दिन से पहले उस पानी को बदल दें और उस अंडे को नष्ट कर दें तो मच्छर पैदा ही नहीं होगा। केजरीवाल ने उम्मीद जताई है कि अगर दिल्ली की जनता ने थोड़ा सा भी इस तरह ध्यान दिया तो आने वाले दिनों में हम डेंगू जैसी बिमारी में दूर भागा देगें। उन्होंने बताया कि इससे 2015 में 15867 केस, 60 मौतें। 2018 में 2798 केस, 4 मौतें। ये सफलता हासिल करने के लिए सभी नागरिकों, संबंधित विभागों और स्वास्थ्य से जुड़े सभी लोगों को शुक्रिया और शुभकामनाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डेंगू-चिकनगुनिया का प्रकोप हर साल मानसून के दौरान और मानसून के बाद होता है। भारत उन 100 देशों में से है जिनमें डेंगू-चिकनगुनिया का प्रकोप बहुत ज्यादा है। अगर पूरे देश के आंकड़ों को देखें तो 2009 से 2017 के बीच में पूरे देश में 300 प्रतिशत डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप बढ़ा है। पूरे देश में 2009 में 60 हजार केस थे जो 2017 में ये बढ़कर 1 लाख 88 हजार 401 हो गए। पूरे देश में सबसे ज्यादा मौत डेंगू और चिकनगुनिया की वजह से 2017 में हुई थीं। लेकिन दिल्ली में ये ट्रेंड उल्टा चल रहा है।

दिल्ली में सरकार के प्रयासों और जनता की भागीदारी की वजह से डेंगू-चिकनगुनिया पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। हमारी सरकार के पहले साल यानी 2015 में डेंगू-चिकनगुनिया के 15 हजार 867 मामले थे जो 2018 में घटकर 2 हजार 798 रह गए। तीन साल के अंदर 80 प्रतिशत डेंगू-चिकनगुनिया कम हुआ है। 2015 में दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया से 60 मौतें हुई थीं और 2018 में चार मौतें हुई थीं। इस साल अभी तक एक भी मौत नहीं हुई हैं।


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