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विशाखापत्तनम स्टील प्लांट को पुनर्जीवित करना संभव, प्रधानमंत्री लेंगे निर्णय : कुमारस्वामी

विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के निजीकरण की संभावना को खारिज करते हुए केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा कि प्लांट को पुनर्जीवित करने की संभावना है और इस पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे

विशाखापत्तनम स्टील प्लांट को पुनर्जीवित करना संभव, प्रधानमंत्री लेंगे निर्णय : कुमारस्वामी
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विशाखापत्तनम। विशाखापत्तनम स्टील प्लांट के निजीकरण की संभावना को खारिज करते हुए केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा कि प्लांट को पुनर्जीवित करने की संभावना है और इस पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे।

उन्होंने संयंत्र का दौरा करने के बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को पुनर्जीवित करने की संभावना है।

केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री बी. श्रीनिवास वर्मा के साथ वीएसपी की कॉर्पोरेट इकाई राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के दौरे पर आए कुमारस्वामी ने कहा, ''किसने कहा कि हम निजीकरण करने जा रहे हैं? मैं यहां क्यों आया हूं? निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है। घोषणा करने से पहले प्रधानमंत्री की अनुमति की आवश्यकता है।''

उन्होंने प्रबंधन, ट्रेड यूनियनों के नेताओं और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ बातचीत की।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने इस बारे में गहन चर्चा की है, साथ ही कई सुझाव भी दिए हैं।

उन्होंने कहा, "आखिरकार हम उच्च अधिकारियों के साथ कोई निर्णय लेने जा रहे हैं।"

कुमारस्वामी ने कहा कि वे संयंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए एक नोट तैयार कर रहे हैं और इसे प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

उन्होंने कहा, "इसे पुनर्जीवित करने की संभावना है। इसके लिए हम और काम कर रहे है।''

टीडीपी के प्रदेश अध्यक्ष पी. श्रीनिवास राव ने कुमारस्वामी से मुलाकात की और कहा कि उन्होंने आश्वासन दिया है कि परियोजना को पुनर्जीवित और संरक्षित किया जाएगा। उन्होंने अनुरोध किया कि वीएसपी की भूमि जो केंद्र के पास है, उसे आरआईएनएल को हस्तांतरित किया जाए ताकि कंपनी बैंकों से ऋण प्राप्त कर सके।

लौह अयस्क खदानों के लिए 20,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता का आवंटन तथा स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के साथ विलय उनके द्वारा सुझाए गए अन्य विकल्प थे।

भाजपा नेता विष्णु कुमार राजू ने कहा कि कुमारस्वामी ने संयंत्र को पुनर्जीवित करने पर निर्णय के लिए दो महीने का समय मांगा है। इससे पहले, कुमारस्वामी ने कहा कि किसी को भी यह डर नहीं होना चाहिए कि इस्पात संयंत्र बंद हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन से संयंत्र 100 प्रतिशत क्षमता पर काम कर रहा है।

उन्होंने अधिकारियों के साथ कारखाने का दौरा किया और उत्पादन गतिविधियों की समीक्षा करने के लिए श्रमिकों से बातचीत की। मंत्रियों के साथ विशाखापत्तनम के सांसद एम. भरत, भाजपा नेता जी.वी.एल. नरसिम्हा राव, स्थानीय विधायक पल्ला श्रीनिवास, वीएसपी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अतुल भट्ट और इस्पात मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजय रॉय और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


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