इनसिक्योरिटी से जुड़े किरदार निभाना रोमांचक है: रोशन मैथ्यू
मलयालम सिनेमा के स्टार रोशन मैथ्यू का कहना है कि वह अल्फा पुरुष की भूमिका निभाने के बजाय असुरक्षा या खामियों वाले एक चरित्र को जीवंत करना ज्यादा पसंद करते हैं, जो कि एकदम सही है।

नई दिल्ली | मलयालम सिनेमा के स्टार रोशन मैथ्यू का कहना है कि वह अल्फा पुरुष की भूमिका निभाने के बजाय असुरक्षा या खामियों वाले एक चरित्र को जीवंत करना ज्यादा पसंद करते हैं, जो कि एकदम सही है।
रोशन ने 2016 में ममूटी की 'पुथिया नियमम' में विलेन का रोल करते हुए मॉलीवुड में प्रवेश किया और अब हिंदी फिल्म उद्योग में अनुराग कश्यप की डिजिटल फिल्म 'चोक्ड: पैसा बोलता है' में असुरक्षा और असफलताओं के साथ एक असफल पति के किरदार के रूप में प्रवेश किया।
रोशन ने आईएएनएस को बताया, "सुशांत पिल्लई ('चोक्ड' में उनका किरदार) की असुरक्षा और उसकी गलतियां उसके चरित्र को दिलचस्प बनाती हैं। मैंने हमेशा एक अल्फा, जिसे किसी सुधार की जरूरत नहीं है कि बजाए किसी असुरक्षा या खामियों वाले किरदार को निभाना ज्यादा पसंद किया है।"
हिंदी फिल्म में काम करने के अपने अनुभव के बारे में रोशन ने कहा, "यह प्रोजेक्ट मेरे लिए बहुत अच्छा था। मुझे फिल्म की शूटिंग में बहुत मजा आया। ऐसा हर फिल्म की शूटिंग के साथ नहीं होता है जबकि मैंने बहुत सारी फिल्मों में काम किया है।"
'चोक्ड: पईसा बोलता है', नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। यह एक मध्यवर्गीय गृहिणी की कहानी है, जिसे अचानक हर रात अपने किचन सिंक से नकदी के बंडल मिलने लगते हैं और यह कैसे उसके जीवन को बदल देती है।
रोशन इसके अलावा 'कूडे' और 'थोट्टप्पन' जैसी मलयालम फिल्मों में भी दिखाई दे चुके हैं।


