विधानसभा में उठेगा मुद्दा तदर्थ कर्मियों को नियमित करने का: अमरिंदर
40 हजार कर्मचारियों को नियमित करने का मसला विधानसभा के अगले शीतकालीन सत्र में रखा जाएगा

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज कहा कि राज्य में तदर्थ (एडहॉक) रूप में कार्यरत लगभग 40 हजार कर्मचारियों को नियमित करने का मसला विधानसभा के अगले शीतकालीन सत्र में रखा जाएगा तथा राज्य की वित्तीय स्थिति को मद्देनज़र रखते हुये इन्हें नियमित करने को लेकर कोई फैसला लेने का प्रयास किया जाएगा।
कैप्टन सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में हड़ताली शिक्षकों को लेकर एक सवाल पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 40 हजार तदर्थ कर्मचारी हैं जिनमें से 8886 अनुबंधित शिक्षक भी शामिल हैं जिन्हें नियमित किया जाना है।
उन्होंने कहा कि राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी तथा इसका कोई न कोई हल निकालने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य इस समय गम्भीर वित्तीय संकट से गुजर रहा है और इसी के मद्देनज़र सदन की सहमति से इस मुद्दे का हल खोजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग ने हड़ताली शिक्षकों से बातचीत कर उन्हें दो विकल्प दिये थे। पहला, वे अनुबंध पर रह सकते हैं या फिर वे नियमित होने के पूर्व केंद्र की नीति के अनुसार तीन वर्ष तक 15 हजार रूपये प्रतिमाह के मूल बेतन पर काम करें।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के साथ उनकी पूरी सहानुभूति है लेकिन आर्थिक संकट के चलते उनके हाथ बंधे हुये हैं तो उन्हें पिछली अकाली-भाजपा सरकार से विरासत में मिला है।


