इजरायली राजनयिक की पत्नी पर हमला : मामला अदालत में विचाराधीन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मारे गए ईरानी सैन्य नेता कासिम सुलेमानी पर नई दिल्ली में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मारे गए ईरानी सैन्य नेता कासिम सुलेमानी पर नई दिल्ली में आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है। वहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि वे 2012 में नई दिल्ली में इजरायल के रक्षा विभाग के एक संबंधी की पत्नी की कार पर हुई बमबारी के घटनाक्रम को फिर से देख रहे हैं।
भारतीय जांचकर्ताओं ने 2012 में कहा था कि ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के पांच सदस्य हमले में शामिल थे।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने एक वरिष्ठ पत्रकार सैयद मोहम्मद अहमद काजमी को गिरफ्तार किया था, जिन्हें बाद में अदालत से मामले में जमानत मिल गई थी।
एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, "मुकदमा लंबित है और सैयद मोहम्मद अहमद काजमी के खिलाफ आरोप तय नहीं किए गए हैं। मामले की सुनवाई की अगली तारीख फरवरी, 2020 में है।"
रेडियो तेहरान और ईरानी न्यूज एजेंसी आईआरएनए के लिए फ्रीलांसिंग कर रहे काजमी (50) को मार्च, 2012 में इंडिया इस्लामिक इंटरनेशनल सेंटर के बाहर से गिरफ्तार किया गया था।
काजमी ने हालांकि सभी आरोपों का खंडन करते हुए अदालत का रुख किया था।
13 फरवरी, 2012 को कार में चुंबक के सहारे बम लगाकर किए गए हमले में ताल येहोशुआ कोरेन घायल हो गई थीं और उन्हें सर्जरी करानी पड़ी थी। इसके अलावा उनका चालक तथा पास खड़े दो और लोग भी घायल हो गए थे।
यह विस्फोट प्रधानमंत्री के आवास से बमुश्किल 200 मीटर दूर दोपहर तीन बजे एक पेट्रोल स्टेशन के पास हुआ। एक टोयोटा इनोवा कार आग की लपटों में घिर गई और हमले में पूरी तरह से जल गई।
इसके बाद यह मामला दिल्ली पुलिस की आतंकवाद-रोधी इकाई की स्पेशल सेल को दिया गया, जिसने तीन सप्ताह की जांच के बाद काजमी को गिरफ्तार कर लिया। उस पर ईरानी आरोपियों को सुविधा प्रदान कराने का आरोप लगाया गया।
हमले के पीछे की साजिश को उजागर करते हुए एक शीर्ष आईपीएस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि ईरानी नागरिक और आईआरजीसी के बॉम्बर होशंग अफशर ईरानी ने काजमी की मदद से कथित रूप से हमले को अंजाम दिया।
उस समय की खबरों के अनुसार, ईरान ने वह हमला तेहरान में उसके परमाणु वैज्ञानिक मुस्तफा अहमदी रोशन की हत्या के जवाब में किया था। परमाणु वैज्ञानिक की हत्या कथित रूप से इजरायल ने की थी।


