केरल के सांसदों की आइसोलशन अवधि बढ़ी
केरल सरकार द्वारा कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन की अवधि को 14 दिन से बढ़ाकर 28 दिन करने से राज्य के सभी 20 सांसदों में खलबली मच गई है।

तिरुवनंतपुरम | केरल सरकार द्वारा कोरोना संदिग्धों के लिए आइसोलेशन की अवधि को 14 दिन से बढ़ाकर 28 दिन करने से राज्य के सभी 20 सांसदों में खलबली मच गई है। लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के लिए और महामारी को रोकने के लिए सभी सांसदों को इस दौरान उनके घरों में रहने को कहा गया था।
स्वास्थ्य विभाग का 14 दिन का आइसोलेशन मंगलवार को समाप्त हो गया था और कल ही मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि 22 मार्च के बाद राज्य लौटने वाले सभी लोगों को 28 दिनों के लिए घर में ही रहना होगा।
कोल्लम आरएसपी सांसद एन.के. प्रेमचंद्रन ने कहा, "हम थोड़े हैरान हैं क्योंकि यह ताजा घोषणा कल ही आई है। संसद सत्र समाप्त होने के बाद मैं 23 मार्च को दिल्ली से लौटा। पहली गाइडलाइन के अनुसार मैं अपने घर पर आइसोलेशन में हूं, जिसमें 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रहना था। कल हमने मुख्यमंत्री को सुना, उन्होंने कहा कि 22 मार्च के बाद विदेश या अन्य राज्यों से राज्य में आने वाले सभी लोगों को 28 दिनों के लिए आइसोलेशमन में रहना चाहिए।"
तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर दिल्ली में हैं क्योंकि संसद सत्र समाप्त होने के बाद वे यहां लौटने में असफल रहे।
कासरगोड लोकसभा सदस्य राजमोहन उन्नीथन राज्य की राजधानी में अपने घर पर रह रहे हैं, बेचैन हैं क्योंकि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के बारे में चिंतित हैं। उन्होंकने आईएएनएस से कहा, "मैं 23 मार्च को यहां लौट आया था और मेरे साथ फ्लाइट में अन्य सांसद - के.सुधाकरन, हिबी एडेन और प्रेमचंद्रन भी थे। जब कोच्चि में फ्लाइट रुकी तो वहां सफाईकर्मियों की एक टीम आई और जब मैंने एयरलाइन केबिन कू से पूछा कि क्या हो रहा है? तो उन्होंने कहा कि कुछ यात्रियों को खांसने और छींकने की शिकायत थी। बाद में जब मैं तिरुवनंतपुरम में उतरा, तो मुझे स्थिति समझ में आई।"
केरल से अकेले सीपीआई-एम सांसद ए.एम. आरिफ (अलप्पुझा से) ने कहा कि वह जल्द ही आइसोलेशन की अवधि को लेकर सीएम कार्यालय से संपर्क करेंगे। आरिफ ने कहा, "हालांकि हम अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं, हम अपने मोबाइलों से चिपके हुए हैं, कॉल कर रहे हैं क्योंकि हम मलयाली दुनिया भर में फैले हुए हैं और सभी के साथ यह समस्या है जिस पर अधिकारियों का ध्यान देने की जरूरत है।"


