Top
Begin typing your search above and press return to search.

एलएसी पर तनाव बीच आईएसआई प्रमुख एलओसी पर पहुंचे, आतंकी कमांडरों से मिले

वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत व चीन के बीच चल रहे गतिरोध का फायदा उठाते हुए, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ आतंकवादी कैडर को आगे

एलएसी पर तनाव बीच आईएसआई प्रमुख एलओसी पर पहुंचे, आतंकी कमांडरों से मिले
X

नई दिल्ली। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत व चीन के बीच चल रहे गतिरोध का फायदा उठाते हुए, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ आतंकवादी कैडर को आगे बढ़ा रही है। आईएसआई सैकड़ों प्रशिक्षित आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने की योजना पर काम कर रही है। भारतीय खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एक हफ्ते पहले आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद और पाकिस्तान सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) के गोजरा इलाके में स्थित एक गेस्ट हाउस में एक बैठक की थी। इस बैठक में जैश-ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाई मोहम्मद ताहिर अनवर सहित आतंकी किंगपिन शामिल हुए थे।

खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी लेफ्टिनेंट जनरल हमीद ने पीओके के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपने गुप्त दौरे से पहले सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा के साथ एक लंबी बैठक की।

रिपोर्ट में कहा गया है, "पिछले महीने छह मई को आईएसआई प्रमुख फैज हमीद और प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच एक और महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें डॉ. मोइद यूसुफ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और प्रधानमंत्री के सहायक भी मौजूद रहे। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय लिए गए।"

हालांकि चर्चा के एजेंडे के विपरीत, इमरान खान ने बैठक के समापन के बाद आश्चर्यजनक रूप से ट्वीट करते हुए एलओसी पर घुसपैठ की रिपोटरें का सार्वजनिक रूप से खंडन किया।

इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पीओके में लेफ्टिनेंट जनरल हमीद की गुप्त यात्रा का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों के आतंकवादी संगठनों के ट्रेनिंग कमांडरों का मनोबल बढ़ाना था, जो कि पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों के लिए स्थापित किए गए हैं।

अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "यह पहली बार नहीं है कि आईएसआई प्रमुख और उनके प्रमुख अधिकारियों की टीम ने मुजफ्फराबाद में आतंकी किंगपिनों के साथ गुप्त बैठकों की अध्यक्षता की है। वर्षों से आईएसआई का प्राथमिक फोकस विशेष रूप से जम्मू एवं कश्मीर में विध्वंसक गतिविधियों को बढ़ावा देना रहा है।"

खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के गुप्त एक्शन डिवीजन ने कई सौ सशस्त्र आतंकवादियों को तैयार किया है, जो वर्तमान में पाकिस्तान की ओर एलओसी के पास आतंकी शिविरों में और 15 लॉन्चिंग पैड्स के पास एकत्रित हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के फिदायीन समूहों सहित कैडर ग्रेनेड लांचर, स्नाइपर राइफल और अन्य बड़े हथियारों के अलावा यह एम16ए2 और एके56 राइफल से लैस हैं।

इससे पहले, शीर्ष भारतीय सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बी.एस. राजू ने कहा था कि पीओके में आतंकवादी शिविर और लॉन्च पैड पाकिस्तानी आतंकवादियों से भरे हुए हैं, जो सीमा पार से भारत में घुसपैठ करने के लिए बेताब दिख रहे हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it