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एक सच्चा पत्रकार संत जैसा होता है : रूपाणी

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि एक सच्चा पत्रकार संत जैसा होता है

एक सच्चा पत्रकार संत जैसा होता है : रूपाणी
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नडियाद। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि एक सच्चा पत्रकार संत जैसा होता है। श्री रूपाणी ने राज्य में खेडा जिले के स्वामीनारायण संप्रदाय की राजधानी कहे जाने वाले प्रसिद्ध तीर्थधाम वड़ताल में भारतीय पत्रकार संघ, नई दिल्ली द्वारा आयोजित नौवें तीन दिवसीय प्लेनरी सेशन का शनिवार को उद्घाटन करते हुए कहा कि लोकतंत्र के चार स्तंभों में मीडिया की भूमिका अहम है, तब उसे पक्षकार न बनकर जनता-जनार्दन की आवाज या मत को नीर क्षीर विवेक के साथ सही तरह से प्रस्तुत करने का दायित्व निभाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के समान मीडिया को पूरी आजादी के साथ समाचारों की सत्यता जांचकर विश्वसनीयता के साथ समाचारों का निरूपण कर समाज को सच्चे मार्ग पर ले जाने का कार्य करना चाहिए। मीडिया, न्याय पालिका, कार्यपालिका और व्यवस्थापिका सहित चारों स्तंभों की सक्रियता और विश्वसनीयता से ही लोकतांत्रिक मूल्यों को नई गरिमा दी जा सकती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता सहित विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले पत्रकारों एवं व्यक्ति विशेषों को सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया। प्लेनरी सेशन में गुजरात सहित देश भर के 400 पत्रकार भाग ले रहे हैं।

इस मौके पर वड़ताल मंदिर की ओर से संतों ने सूरत अग्निकांड के मृतकों की सहायता के लिए 5,55,555 रुपए का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री को सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 193 वर्ष पूर्व वड़ताल में सहजानंद स्वामी ने शिक्षा पत्री का लेखन किया था। भगवान स्वामीनारायण लिखित शिक्षा पत्री आज भी समाज में ज्ञान और संस्कारिता का मार्ग प्रशस्त कर रही है। प्रकाशन और लेखन के जरिए समाज के उत्कर्ष की राह गुजरात की धरती ने 193 वर्ष पहले बताई थी।

उन्होंने कहा कि एक सच्चा पत्रकार संत जैसा होता है। मीडिया की जिम्मेदारी है कि वे अपने अखबार के जरिए समाज को सच्ची बात और संस्कारिता के मूल्यों से अवगत कराएं। पत्रकार प्रकाश स्तंभ बनकर समाज को सही-गलत के साथ सत्य का मार्ग बताते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया जनता को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाता है। हाल के आम चुनावों में हुए रिकार्ड मतदान के संदर्भ में अखबारों-मीडिया के जागरूकता अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ और भूकंप जैसी आपदा और आतंकवादी घटनाओं की सकारात्मक रिपोर्टिंग कर मीडिया ने नई मिसाल पेश की है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महात्मा गांधी जी ने हरिजन, इंडियन ओपिनियन, यंग इंडिया और नवजीवन पत्रिका के माध्यम से आजादी की जंग को नई दिशा दी थी। मीडिया के बदलते स्वरूप और दायरे को लेकर पत्रकारों से सजग होने का अनुरोध करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि ब्रेकिंग न्यूज या पहले समाचार देने की चुनौतीपूर्ण स्थिति में भी मीडिया द्वारा सत्य, निष्ठा और विश्वसनीयता को बरकरार रखना समय की मांग है और अध्ययन, विचार-विमर्श का विषय है।

श्री रूपाणी ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा, पेंशन और पत्रकारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लेकर सरकार विचार-विमर्श कर आगे बढ़ेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नये भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए नई सोच, नई दिशा और नई व्यवस्था के साथ संकल्प सिद्धि के लिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया।

वड़ताल संस्था के श्री नौतम स्वामी ने कहा कि यह स्वामीनारायण भगवान की कर्मभूमि है। वड़तालधाम की ओर से जनसमाज में आध्यात्मिक चेतना के साथ सामाजिक उत्कर्ष के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को दर्पण की तरह समाज को सच्चा मार्ग बताना चाहिए। प्रारंभ में भारतीय पत्रकार संघ के प्रमुख बी.आर. पजापति ने सभी का स्वागत किया जबकि जी.प्रभाकरण ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मुख्य सचेतक पंकजभाई देसाई, सांसद देवुसिंह चौहान, मितेषभाई पटेल, कलक्टर सुधीर पटेल, जिला विकास अधिकारी डीएन मोदी, मुख्य कोठारी घनश्याम स्वामी, देव स्वामी, बापू स्वामी, संत स्वामी सहित देश भर के पत्रकार उपस्थित थे।


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