ईरान परमाणु समझौते का पालन कर रहा है: अमेरिका
अमेरिका ने कहा है कि विश्व की महाशक्तियों के साथ किए गए परमाणु समझौते का ईरान पालन कर रहा है लेकिन उसकी गतिविधियां अभी भी खतरनाक प्रतीत होती हैं
वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि विश्व की महाशक्तियों के साथ किए गए परमाणु समझौते का ईरान पालन कर रहा है लेकिन उसकी गतिविधियां अभी भी खतरनाक प्रतीत होती हैं।
अमेरिकी के राष्ट्रपति का पद भार संभालने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के बारे में दूसरी बार इस तरह का बयान दिया है कि वह उस समझौते का पालन कर रहा है।
हालांकि उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार अभियान में ईरान के साथ किए गए समझौते काे अब तक का सबसे बुरा समझौता करार दिया था।
राष्ट्रपति प्रशासन के अधिकारियों ने कल पत्रकारों को बताया कि ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम काे लेकर उसके खिलाफ नए प्रतिबंधों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह भी माना जा रहा है कि ईरान की गतिविधियां क्षेत्रीय तनाव को बढ़ावा दे रही है।
नए अमेरिकी कानून के तहत विदेश विभाग को ईरान की ओर से उस समझौते की अनुपालना के बारे में संसद को प्रत्येक 90 दिनों में इस बारे में अधिसूचित करना होता है।
संसद को इस बारे में सूचित करने की समय सीमा कल थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ईरान के बारे में यह निर्णय वर्ष 2015 में किए गए उस समझौते के तहत लिया गया है लेकिन श्री ट्रंप और विदेश मंत्री रैक्स टिलरसन का मानना है कि वह अमेरिकी हितों तथा क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अभी भी एक बड़ा खतरा है।


