जॉन बोल्टन को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए जाने को ईरान ने बताया शर्मनाक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से जॉन बोल्टन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए जाने की घोषणा को ईरान ने शर्मनाक करार दिया है

दुबई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से जॉन बोल्टन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए जाने की घोषणा को ईरान ने शर्मनाक करार दिया है। ईरान का कहना है कि बोल्टन के रिश्ते एक ईरानी विद्रोही गुट से हैं जिसे वह अातंकवादी समूह मानता है।
ईरानी समाचार समिति ईरना ने सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव अली शामखानी के हवाले से बताया“ एक महाशक्ति की ओर से एक ऐसे व्यक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया जाना काफी शर्मनाक है जो एक आतंकवादी समूह से वेतन लेता है।”
माना जाता है कि बोल्टन ईरान से निर्वासित मुजाहिदीन ए खल्क( पीपुल्स मुजाहिदीन) समूह के प्रति नरम रवैया रखते हैं और इस समूह को ईरान ने आतंकवादी गुटों में शामिल कर रखा है। इस बीच बोल्टन के प्रवक्ता गारेट मारकिस ने इस बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि वह एक एेसी सरकार के दुष्प्रचार को कोई जवाब नहीं देना चाहते हैं जो अमेरिका ने काफी पहले ही “ आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकार की सूची ’ में शामिल कर रखी है।
पेरिस में इस संगठन के प्रवक्ता ने ईरानी अधिकारी के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि बोल्टन को हमारी तरफ से धनराशि मुहैया कराए जाने संबंधी बयान एक कोरा झूठ है और हम इसे मजाक मानते है।
गौरतलब है कि बोल्टन ने पिछले वर्ष जुलाई में पेरिस के निकट इसी समूह के एक कार्यक्रम में उम्मीद जताई थी कि ईरान की मौजूदा सरकार का जुलाई 2019 तक तख्तापलट कर दिया जाएगा। अमेरिका ने इस समूह को 1997 में आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल किया था लेकिन 2012 में यह प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया था।


