बच्चों में निवेश है सतत आर्थिक विकास की नींव : यूनिसेफ
मध्य प्रदेश की राजधानी में जी-20 के तहत थिंक 20 (टी20) की दो दिवसीय बैठक में बच्चों के मुद्दों पर भी खुलकर चर्चा हुई।

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में जी-20 के तहत थिंक 20 (टी20) की दो दिवसीय बैठक में बच्चों के मुद्दों पर भी खुलकर चर्चा हुई। इसके नतीजों की चर्चा करते हुए विषेषज्ञों ने कहा कि जी-20 की भारत की अध्यक्षता बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ हम सभी के लिए सतत विकास के लिए जरूरी परिवर्तन को प्रेरित करने का एक अनूठा अवसर है।
विषेषज्ञों का मानना है कि यह तभी हो सकता है जब हर इंसान एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य की भावना में तकनीक और हरित-नेतृत्व वाली आर्थिक वृद्धि और विकास का हिस्सा हो।
मीडिया से बात करते हुए, दक्षिण एशिया के यूनिसेफ के क्षेत्रीय निदेशक, जॉर्ज लारिया-अदजेई ने कहा, एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य का जी 20 विजन है कि, व्यक्तियों और राष्ट्रों की मस्तिष्क शक्ति या संज्ञानात्मक क्षमताओं को प्राथमिकता देनी चाहिए। हम जानते हैं कि बचपन और किशोरावस्था में निवेश समावेशी आर्थिक विकास का एक शक्तिशाली चालक हो सकता है। दुनिया को संज्ञानात्मक विकास को आगे बढ़ाने की जरूरत है, जिसके लिए विकास केएक नए मॉडल की आवश्यकता है। हम जानते हैं कि जी20 की अगुवाई में भारत के साथ यह नया मॉडल सामने आएगा।
दो दिवसीय, थिंक 20 (टी20) सम्मेलन ह्यग्लोबल गवर्नेंस विद लाइफ, वैल्यूज एंड वेलबीइंग - फोस्टरिंग कोऑपरेशन इन फ्रेमवर्क, फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी का आयोजन विकासशील देशों के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली (आरआईएस) और अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एआईजीजीपीए), मध्य प्रदेश सरकार का एक स्वायत्त संस्थान, नीति आयोग और अन्य भागीदारों के सहयोग से किया गया था।
दो दिवसीय सम्मेलन के परिणामों को साझा करते हुए, आरआईएस के महानिदेशक, सचिन चतुवेर्दी ने कहा, विकास परिवर्तन (डेवलपमेंट ट्रांसफॉर्मेशन) के ²ष्टिकोण में बदलाव की आवश्यकता है जो विकास में महिलाओं की भूमिका को पहचाने। महिला उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। बच्चों में निवेश को वह प्राथमिकता और ध्यान नहीं मिला है जिसके वे हकदार हैं और इसके लिए हमने पोषण और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जैसे व्यापक जी 20 विचार-विमर्श को सूचित करने के लिए जी 20 प्रक्रिया में बच्चों के विशिष्ट मुद्दों को प्राथमिकता दी है। आज मानवता के कल के लिए बच्चों में निवेश करें।
कई राष्ट्रीय और आंतरिक विशेषज्ञों की भागीदारी के साथ बच्चों में निवेश: भविष्य में निवेशह्य पर एक संयुक्त आरआईएस-यूनिसेफ पैनल ने जी20 के लिए नीतिगत सिफारिशें पेश कीं, जो बाल-केंद्रित नीतियों में निवेश पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जो प्रगतिशील सार्वभौमिक बाल लाभों को प्राथमिकता देती हैं, खासकर बच्चों के शुरूआती साल, मातृत्व लाभ और चाइल्डकैयर में। यह बात प्रमाणित है कि शुरूआती वर्षों में निवेश करने से उच्चतम और सबसे समावेशी आर्थिक विकास प्राप्त करने के लिए संज्ञानात्मक पूंजी को बढ़ावा मिल सकता है।


