तीन आइपीएस की जांच शुरू, मामला पिछले लोकसभा चुनाव में काले धन से जुड़ा
2019 में आयकर विभाग ने कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़, सलाहकार राजेंद्र मृगलानी, अश्वनी शर्मा, प्रतीक जोशी से जुड़े प्रदेश ओर दिल्ली के 52 स्थानों पर छापा मारा था। इसमें 14 करोड़ से अधिक काला धन मिला था।

भोपाल : चुनाव में कालेधन के उपयोग को लेकर अप्रैल 2019 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथ के करीबियों के यहां आयकर छापे का मामला एक बार फिर चर्चा में है। राज्य सरकार ने आइपीएस अधिकारी बी मधु कुमार, सुशोभन बैनर्जी और संजय माने के विरुद्ध जांच शुरू कर दी है। इन तीनों में बैनर्जी को छोड़ बाकी दोनों अधिकारी सेवानिवृत हो गए हैं। हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस विरेद्र सिंह इनकी जांच करेंगे। गृह विभाग के अपर सचिव अजय गुप्ता को इस मामले में प्रस्तुतकर्ता अधिकारी बनाया गया है।
आपको बता दें कि 2019 में आयकर विभाग ने कमलनाथ के पूर्व ओएसडी प्रवीण कक्कड़, सलाहकार राजेंद्र मृगलानी, अश्वनी शर्मा, प्रतीक जोशी से जुड़े प्रदेश ओर दिल्ली के 52 स्थानों पर छापा मारा था। इसमें 14 करोड़ से अधिक काला धन मिला था। आयकर विभाग ने उस समय बताया था कि 20 करोड़ रुपए दिल्ली किसी राजनीतिक दल को भी भेजे गए थे।
गृह विभाग के अवर सचिव अजय गुप्ता को मामले में दस्तावेज प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी दी गई है। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज विरेंदर सिंह इस मामले की जांच करेंगे। आपको बता दें कि छापे में मिले दस्तावेजों के आधार पर भारत निर्वाचन आयोग ने आरोप लगाया था कि कि इन अधिकारियों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में काला धन एक राष्ट्रीय पार्टी के नेताओं के यहां पहुंचाने का काम किया।


