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लखनऊ में शुक्रवार से शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय विज्ञान मेला

भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेला (आईआईएसएफ) शुक्रवार से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुरू होगा

लखनऊ में शुक्रवार से शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय विज्ञान मेला
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दिल्ली। भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान मेला (आईआईएसएफ) शुक्रवार से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुरू होगा।

यह आईआईएसएफ का चौथा संस्करण है। पहले दो संस्करण आईआईटी, दिल्ली और राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, दिल्ली में तथा तीसरा संस्करण आईआईटी, चेन्नई में आयोजित किया गया था। चार दिन तक चलने वाले विज्ञान मेले में दो हजार से ज्यादा स्कूली छात्रों तथा शिक्षकों के साथ देश तथा विदेश के कई जाने-माने वैज्ञानिक और नवाचारी शामिल होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मेले के दूसरे दिन 06 अक्टूबर को इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे।

मुख्य आयोजन इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में होगा। इसके अलावा राष्ट्रीय बोटाेनिकल अनुसंधान संस्थान, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, गोमती नगर स्थित रेलवे ग्राउंड, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट्स, जीडी गोइनका स्कूल ,अमर शहीद पथ और अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में भी विभिन्न सत्रों एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।

अब तक करीब 1650 छात्र और 300 शिक्षक विज्ञान मेले के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इसमें बच्चों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने बताया कि छह अक्टूबर की सुबह 500 बच्चे एक ही समय में एक साथ डीएनए को अलग करने का प्रयोग कर विश्व कीर्तिमान बनाने का प्रयास करेंगे।

विदेशों से आये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों का एक सम्मेलन, विदेशों में काम करने वाले भारतीय मूल के वैज्ञानिकों का सम्मेलन, महिला वैज्ञानिकों एवं उद्यमियों का सम्मेलन, विज्ञान शिक्षकों का राष्ट्रीय सम्मेलन, छात्रों के बीच अभियांत्रिकी मॉडल प्रतियोगिता, नव भारत निर्माण, मेगा साइंस तथा टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री एक्सपो मेले के कुछ प्रमुख आकर्षण होंगे। मेले में पाँच लाख के करीब दर्शकों के आने की भी उम्मीद है।

विज्ञान गाँव में छात्रों के लिए कई सत्रों का आयोजन किया जायेगा जहाँ विशेषज्ञ उन्हें साधारण भाषा में और प्रयोगों के माध्यम से प्रकाश के प्रकीर्णन, न्यूटन के गति के नियम, गुरुत्वाकर्षण का केंद्र और बिल्डिंग के मॉडल का संतुलन, स्पंदन प्रतिक्रिया और आग में भी सुरक्षित कागज आदि के बारे में जानकारी देंगे । हर रात देश के जाने माने खगोलविद छात्रों के लिए तारों के अध्ययन के कार्यक्रम का आयोजन करेंगे।


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