जैविक खाद्य पदार्थो को बढ़ावा देने के लिए होंगे अंतरराष्ट्रीय आयोजन: हरसिमरत
खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि देश में जैविक खाद्यान्नों के उत्पादन को बढ़ावा देने और दुनिया भर इसका बाजार बनाने के उद्देश्य से साल में दो तीन बार अंतरराष्ट्रीय महोत

नयी दिल्ली। खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि देश में जैविक खाद्यान्नों के उत्पादन को बढ़ावा देने और दुनिया भर इसका बाजार बनाने के उद्देश्य से साल में दो तीन बार अंतरराष्ट्रीय महोत्सव आयोजित किये जाएंगे।
श्रीमती बादल ने यहां राष्ट्रीय जैविक फूड महोत्सव के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से जैविक पदार्थों की जानकारी दुनिया को मिल सकेगी और इसका बाजार विकसित हो सकेगा जिससे किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य मिल सकेगा और इससे जैविक कृषि को बढ़ावा मिल सकेगा ।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और खानपान को लेकर दुनिया में लोग जागरुक हो रहे हैं और वे जैविक उत्पाद के लिए पर्याप्त कीमत भी चुकाने को तैयार हैं । ऐसे में देश में जैविक कृषि की गति को और तेज करने की जरुरत है । उन्होंने कहा कि जैविक उत्पादों की मांग सालाना 17 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है । खाड़ी देशों के खुदरा कारोबारी जैविक उत्पाद के लिए भारत की ओर रुख कर रहे हैं और वे जल्दी ही देश के विभिन्न हिस्सों का दौरा करेंगे ।
उन्होंने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों का प्रयोग बिल्कुल नहीं किया जाता है । ऐसे क्षेत्रों में जैविक कृषि को और बढावा दिया जाना चाहिये ।
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने श्रीमती बादल को आपसी सहयोग से जैविक फूड महोत्सव आयोजित करने का प्रस्ताव दिया था जिस पर दोनों के बीच सहमति बनी । इस प्रकार के आयोजन से लोगों को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सकेगा ।
उन्होंने कहा कि देश में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आने लगा है और लोगों को व्यापार करने के लिए बैंक से रिण भी उपलब्ध कराया जा रहा है । सरकार लोगों को पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है । उन्होंने कहा कि किसानों और उद्मियों को नवीनतम तकनीक उपलब्ध कराया जाना चाहिये जिससे वे दुनिया में प्रतियोगिता कर सकें ।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने जैविक कृषि पर ध्यान देने पर जोर देते हुए कहा कि देश के कई हिस्सों में जैविक खेती में कमी आ रही है । चाय बागानों में पहले जैविक उत्पाद तैयार होता था लेकिन अब वैसा नहीं है ।
इस महोत्सव में 180 महिला उदयमी और स्वयं सहायता समूह ले रहे हैं । यह महोत्सव तीन दिनों तक चलेगा । यहां आधुनिक खाद्य प्रसंस्करण तकनीक का प्रदर्शन भी किया गया है ।


