संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने कलेक्टर के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक लेकर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने निर्देश देते कहा

बेमेतरा। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक लेकर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने कलेक्टर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी ने निर्देश देते कहा कि जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी दाई अथवा झोला छाप डॉक्टर के द्वारा घर पर प्रसव कराया जा रहा है।
जिनके विरूद्व बी.एम.ओ. को कार्यवाही करने को कहा तथा उसकी सूची संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारी को भी दें।
गर्भवती महिलाएं जिन्हे किसी प्रकार से खतरा हो उसके लिये विशेष ध्यान देवे की आवश्यकता है। खून की कमी या एनीमिक से प्रभावित हो तो उन्हें आयरन शुक्रोज का उपचार किया जाना है।
जिलाधीश ने कहा कि बायोमेडिकल वेस्ट के अंतर्गत स्थित शासकीय संस्थाओं ने ऑनलाइन आवेदन कर दिया है परन्तु कुछ निजी संस्थाओं ने आवेदन नहीं किया है, उनके विरूद्व भी नर्सिंग होम एक्ट के अंतर्गत कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देश दिये।
स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले को विभाग द्वारा चिन्हित मुख्यालय में उपस्थित रहकर लोगों की सेवा करने को कहा और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला स्तर पर हुए ट्रांसफर के संबंध मे जानकारी लेने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 21 कर्मचारियों का ट्रांसफर हुआ है।
कलेक्टर ने नई पदस्थापना स्थल पर ज्वाइनिंग नहीं करने वाले कर्मचारियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने के निर्देश सी.एम.एच.ओ को दिये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में एक जिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र 4, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 20 उप स्वास्थ्य केन्द्र 127 संचालित है। मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाने के निर्देश दिये।
इसके अलावा बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित योजनाओं की भी समीक्षा की।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रकाश कुमार सर्वे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.के.शर्मा, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. एस.के.पॉल बी.एम.ओ बेरला डॉ. जितेन्द्र कुंजाम, बीएमओ नवागढ़ डॉ. लीलाधर ठाकुर, साजा डॉ.अश्वनी कुमार वर्मा, बेमेतरा (खण्डसरा) डॉ.शरद कोहाड़े डी.पी.एम अनुपमा तिवारी, मितानीन प्रभारी श्रीमती अल्का दुबे उपस्थित थे।


