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महाकालेश्वर की श्रावण में निकालने वाली सवारी मार्ग को लेकर निर्देश

मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर की प्रतिवर्ष प्राचीन परंपरानुसार श्रावण व भादौ महीने में निकलने वाली सवारी को लेकर जिला प्रशासन ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं

महाकालेश्वर की श्रावण में निकालने वाली सवारी मार्ग को लेकर निर्देश
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उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर की प्रतिवर्ष प्राचीन परंपरानुसार श्रावण व भादौ महीने में निकलने वाली सवारी को लेकर जिला प्रशासन ने आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।

धार्मिक नगरी उज्जैन में भगवान महाकालेश्वर मंदिर सहित सैकडों शिव मंदिरो में श्रावण उत्सव बडे ही धार्मिक उत्साह से मनाया जाता है, लेकिन महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण महोत्सव प्राचीन परंपरानुसार मराठी पाचांग की तिथि अनुसार डेढ माह तक मनाया जाता है। इसी कारण पूरे श्रावण व आधे भादौ महीने तक भगवान की सवारी का सिलसिला चलता रहता है। इस दौरान बडी संख्या देश विदेश के दर्शनार्थी यहां पहुंचते हैं।

आधिकारिक जानकारी के अनुसर श्रावण एवं भादौ मास में जिले में मनाये जाने वाले पर्वों के सम्बन्ध में कल संभागायुक्त अजीत कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें महाकाल सवारी मार्ग के बिजली के खंबे एवं ट्रांसफार्मर के आसपास सुरक्षा घेरा बनाने का कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता, कलेक्टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी के अलावा महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के पदाधिकारी के साथ विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में निर्देश दिए गए कि भजन मण्डलियों एवं इनके सहयोगियों की संख्या पूर्ववत रखी जाये तथा प्रत्येक सवारी में इनका संचालन प्रभावी तरीके से किया जाये, जिससे कि समय पर सवारी वापस महाकाल मन्दिर पहुंच सके। दूसरी सवारी से विभिन्न सवारियों में शामिल होने वाले हाथी के आसपास सुरक्षा घेरा बनाने एवं वन विभाग की टीम को ट्रांकुलाइजर के साथ तैनात करने के निर्देश दिये गये।

सवारी मार्ग की साफ-सफाई, घाटों की साफ-सफाई, बैरिकेटिंग की व्यवस्था के सम्बन्ध में भी चर्चा की गई एवं समय-पूर्व सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा गया है। बैठक में प्रशासक अपर कलेक्टर अवधेश शर्मा ने बताया कि श्रावण-भादौ मास 17 जुलाई से प्रारम्भ होकर 26 अगस्त तक मनाया जायेगा। प्रथम सवारी 22 जुलाई सोमवार को निकाली जायेगी।

इस दौरान नागपंचमी महापर्व 5 अगस्त को मनाया जायेगा। नागपंचमी महापर्व पर भगवान श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में स्थित नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए 4 अगस्त की मध्यरात्रि से दर्शनार्थी लाइन में लगते हैं। दर्शनार्थियों को सरल एवं सुलभ दर्शन कराने के लिए पृथक से बैरिकेटिंग लगाए जाकर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।


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