कोविड 7 वैरिएंट से बचाव के लिए राज्य सरकार ने जारी किए निर्देश
कोविड बीएफ 7 वैरिएंट से बचाव के लिए भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुए है। यह आदेश छत्तीसगढ़ शासन लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव ने जारी किया है

रायपुर। कोविड बीएफ 7 वैरिएंट से बचाव के लिए भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुए है। यह आदेश छत्तीसगढ़ शासन लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव ने जारी किया है।
भारत सरकार से प्राप्त पत्र अनुसार कुछ देश जैसे चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग मे कोविड के नए वैरिएंट बीएफ-7 से अधिक लोग संक्रमित हो रहे है, कोविड बीएफ 7 वैरिएंट काफी संक्रमण व तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है जिसका इन्क्यूबेसन पीरिएड कम है तथा ज्यादा लोगो को संक्रमित कर रहा है।
हमारे देश मे कुछ कोविड मरीजो में यह वैरिएंट पाया गया है। इस वैरिएंट से बचाव के लिए भारत सरकार से निर्देश प्राप्त हुए है। सभी तरह के जीवन रक्षक उपकरणों की जांच कर क्रियाशील किया जाये, जैसे वेटिंलेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, आक्सीजन कंसन्ट्रेटर। पीएसए प्लांट को पूर्ण रूप से क्रियाशील किया जाए, लिच्डि ऑक्सीजन एवं ऑक्सीजन सिलेंण्डर की उपलब्धता को सुनिश्चित कर लेवें एवं ऑक्सीजन गैस पाइप लाईन की मरम्मत करा लेवें।
चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को जीवन रक्षक उपकरणो को चलाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण जल्द से जल्द पूर्ण कर लिया जाये। भारत सरकार से प्राप्त निर्देशानुसार 27 दिसम्बर को जीवन दायी उपकरणो को चलाने एवं कोरोना प्रबंधन प्रोटोकाल का मॉक ड्रिल किया जाना है।
मॉक ड्रिल के उपरांत भारत सरकार के पोर्टल में एण्ट्री किया जाना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त कोविड संक्रमण से बचाव के लिए निम्नलिखित तैयारी किया जाए। जिले के कोविड के टीकाकरण के प्रतिशत की समीक्षा किया जावें।
समीक्षा उपरांत जहां टीकाकरण में कमी है उन स्थानो पर जैसे गांव, शहर, वार्ड मोहल्ला, पारा का चिन्हांकन कर टीकाकरण को गति दिया जावे। फ्रंट लाईन वर्कर का शत् प्रतिशत टीकाकरण किया जावे। दबाई कन्स्यूमेबल एवं रिएजेंट का आगामी 3 माह का उपलब्धता सुनिश्चित कर लिया जावे।
अस्पताल मे आने वाले बुखार, खांसी एवं अन्य कोविड के लक्षण वाले मरीज का रेन्डम आधार पर टेस्ट किया जावे, प्रथमत: आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाये अनुपलब्धता की स्थिति में एण्टीजन टेस्ट किया जावे। अभी देश एवं प्रदेश में कोविड की स्थिति नियत्रंण में है। किसी भी तरह के भ्रामक खबर को पीआरओ के माध्यम से समय-समय पर खण्डन किया जावे जिससे लोगो में भय का महौल निर्मित होने से रोके। किसी भी तरह के अपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें।
सरकारी अस्पताल में कल मॉकड्रिल
विश्व में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब भारत सरकार कोरोना से निपटने की तैयारियों में जुट गई है। सभी राज्यों में कोरोना से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए सरकार मॉक ड्रिल की मदद लेगी। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी अस्पतालों में जीवन दायी उपकरणों को चलाने और कोरोना प्रबंधन प्रोटोकाल का मॉक ड्रिल किया जाएगा।
दरअसल, चीन, जापान आदि देशों में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अब हर तरह की परिस्थिति से निपटने की पहले से तैयारी शुरू हो गई है। इसके तहत वेंटिलेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, आक्सीजन कंसन्ट्रेटर जैसे जीवन रक्षक उपकरणों की जांच करके उनको एक्टिव किया जाना है। ताकि विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए मैन पॉवर और उपकरणों की जरूरत का आंकलन किया जा सके।
स्वास्थ्य सचिव ने सभी कलेक्टरों को लिखा पत्र
मॉक ड्रिल की तैयारी करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है। स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्ना द्वारा जारी पत्र में कलेक्टरों को कोविड प्रोटोकॉल मैनेजमेंट के तहत मॉक ड्रिल करने के लिए कहा गया है।
साथ ही मॉक ड्रिल की रिपोर्ट केंद्र सरकार के पोर्टल में एंट्री करने के लिए भी कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव ने लिखा है कि प्रदेश में अभी कोविड की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें। साथ ही किसी भी तरह की भ्रामक खबर का खंडन करने के लिए भी कहा गया है ताकि लोगों में भय का माहौल न बने।


