धर्मांतरण की कोशिश रोकने को जांच आयोग गठित हो : विहिप
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने चर्च के पादरियों और मिशनरियों के धर्मांतरण की कोशिशों को रोकने के लिए सरकार से एक जांच आयोग गठित करने की मांग की है

नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने चर्च के पादरियों और मिशनरियों के धर्मांतरण की कोशिशों को रोकने के लिए सरकार से एक जांच आयोग गठित करने की मांग की है।
विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल की ओर से बुधवार को यहाँ जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार विहिप के संयुक्त महासचिव डॉ सुरेन्द्र जैन ने आरोप लगाया कि फ्रांस की तरह भारतीय चर्चों के द्वारा छल-बल पूर्वक किए जा रहे अवैद्य धर्मांतरण से भारत की मुक्ति हेतु कठोर कानून जरूरी है।
उन्होंने आरोप लगाया,“भारत में चर्च धोखे ,लालच और बल प्रयोग से ही धर्मांतरण कर रहे है। इसी प्रकार ननों के यौन शोषण की असंख्य घटनाएं सामने आती रहती हैं। कई नन आत्महत्या भी कर चुकी है। चर्च संचालित अनाथालय से सैकड़ों अनाथ बच्चों को विदेशों में बेचने की कई घटनाओं का पर्दाफाश भी हुआ है। नक्सलियों और पूर्वोत्तर के आतंकी संगठनों के साथ इनके संबंधों पर वहां की राज्य सरकारें भी आरोप लगा चुकी हैं।”
डॉ जैन ने मांग की,“भारत में चर्चों की जांच के लिए ‘नियोगी कमीशन’ जैसा एक राष्ट्रव्यापी जांच आयोग बने और दोषियों को कठोरतम सजा मिले। साथ ही केंद्र सरकार धर्मांतरण को रोकने के लिए अविलंब एक कठोर कानून बनाए।”
विहिप ने कहा है कि अपनी मांगों पर सुनवाई न होने की सूरत में वह एक व्यापक आंदोलन चलाएगी और अवैध धर्मांतरण पर रोक लगाएगी।


