घर बैठे यमुना शहर की मिलेगी जानकारी
नए साल पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ गया

ग्रेटर नोएडा। नए साल पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ गया। ईजी आफ डोइंग बिजेनस के तहत निवेश को बढ़ावा देने के लिए सोमवार जियोग्राफिक इनफोर्मेशन सिस्टम के तहत पोर्टल लांच किया। यमुना एक्सप्रसे-वे प्राधिकरण के अध्यक्ष व मंडलायुक्त डा. प्रभात कुमार, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह व सीईओ डा. अरूण वीर सिंह ने डिजिटल तरीके से बटन दबा कर पोर्टल व ट्विटर हैंडल का लोकार्पण किया।
राश्ट्रीय सूचना केंद्र यानी एनआईसी की सहायत से जीआईएस पोर्टल तैयार किया गया है। पोर्टल लांच होने से अब घर बैठे यमुना एक्सप्रेस-वे शहर की जानकारी ले सकते है। साथ ही ट््िवटर के माध्यम से कोई भी षिकायत दर्ज करा सकते हैं। षिकायत का निस्तारण करने के बाद ट्विटर से जानकारी दी जाएगी। इस दौरान यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के अध्यक्ष व मंडलायुक्त डा. प्रभात कुमार ने कहा कि पावर, पर्सन व नॉलेज एक अहम कड़ी है। आम आदमी के हक पर कुछ लोगों ने कुंडली मार कर बैठे है। जिसके कारण भ्रश्टाचार बढ़ा और कार्यों में पारदर्षिता नहीं रह गई। सिस्टम को ही कब्जा कर रखा है। ऐसे में भ्रष्टïाचार खत्म करने व कार्यों में पारदर्शिर्ता लाने के लिए जीआईएस सिस्टम एक कारगर हाथियार साबित होगा। डिजिटल पोर्टल का फायदा ज्यादार आम लोगों को होगा।
संपत्ति, कानून आदि के प्रति लोगों को सीधे जानकारी मिलेगी। प्रदेश सरकार की मंषा के अनुरूप प्राधिकरण काम कर रहा है। मुख्यमंत्री की साफ मंशा है कि किस तरह कामकाज में पारदिर्षता लाई जाए। जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने नौ माह में काफी विकास कार्य किए है। जेवर में एयरपोर्ट निर्माण का फैसला लिया है। प्रदेश सरकार की मंषा है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
इसमें एयरपोर्ट उत्तर भारत के लिए एक दूरगामी प्रभाव डलेगा। इससे रोजगार मिलेगा साथ निवेष को बढ़ावा मिलेगा। विधायक ने इसके लिए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के अधिकारियों के कार्यों की प्रशंसा से की। यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरूणवी सिंह ने कहा कि यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण को डिजिटल इंडिया की तरफ जोड़ने की पहल की गई है।
जीआईएस पोर्टल, ट्विटर अकाउंट से प्राधिकरण के कार्यो में पारदर्षिता आएगी और लोगों को भाग दौड़ से काफी निजात मिलेगी। आने वाले समय में यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के कामकाज को पेपरलैस बनाने की दिषा में काम किया जा रहा है। इस दौरान प्राधिकरण के एसीईओ अमर नाथ उपाध्याय, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, महाप्रबंधक नियोजन मीना भार्गव, एनआईसी के अधिकारी मौजूद थे।
जेवर तक जमीन का नक्शा तैयार कराएगा यीडा
यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे आगरा तक शहर विकसित करने में आने वाले समय से कोई समस्या न खड़ी हो इसका निदान प्राधिकरण अभी से निकाल ले रहा है। प्राधिकरण ने आगरा तक जमीन का नक्षा तैयार करने का निर्णय लिया है। नक्षा को प्राधिकरण के जीआईएस पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा। जमीन का नक्शा तैयार कर पोर्टल से जोड़ने का जिम्मा एनआईसी को दिया गया है। दो माह के अंदर आगरा तक जमीन का नक्षा प्राधिकरण के पोर्टल पर उपलब्ध होगा।
यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ 15 किलोमीटर तक यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अपने अधिसूचित क्षेत्र में शामिल किया है। फेस के हिसाब से प्राधिकरण आगरा तक ष्षहर विकसित करेगा। सोमवार को प्राधिकरण ने जीआईएस पोर्टल का लोकार्पण करने के दौरान यह भी फैसला लिया है कि ग्रेटर नोएडा से लेकर आगरा तक यमुना एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ से 15 किलोमीटर के दायरे में जमीन का नक्षा तैयार करेगा।
नक्षा तैयार करने के दौरान यह देखा जाएगा कि आगरा तक 15 किलोमीटर के दायरे में कहां-कहां पर आबादी है, बिजली, गैस पाइप लाइन, रेलवे ट्रैक आदि मौजूद है। प्राधिकरण को इसकी जानकारी पहले से उपलब्ध होने पर कोई भी योजना लाने से जमीन की उपलब्धता को देखते हुए प्लान तैयार करेगा। जमीन का नक्षा प्राधिकरण के जीआईएस पोर्टल से भी जोड़ा जाएगा।
कोई भी प्राधिकरण के पोर्टल पर जाकर देख सकता हे कि यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे आगरा के पास किसी भी योजना के लिए जमीन प्राधिकरण से लेने पर उसकी उपलब्धता क्या है। जमीन की यथास्थिति की पूरी जानकारी भी पोर्टल से मिल जाएगी।


