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ग्रीको रोमन में खाली रहा भारत का हाथ

ग्रीको रोमन वर्ग में भारत के सभी पहलवानों ने लगातार निराशाजनक प्रदर्शन किया था लेकिन 130 किग्रा. वर्ग में नवीन को रेपेचेज़ तक पहुंचने का मौका मिला, लेकिन वह इसे भुना नहीं सके।

ग्रीको रोमन में खाली रहा भारत का हाथ
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नूर सुल्तान (कजाखस्तान)। विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में आखिरी बची उम्मीद नवीन के पुरूषों के 130 किग्रा वज़न वर्ग के रेपेचेज़ में हारने के साथ ही भारत का ग्रीको रोमन वर्ग में हाथ खाली रह गया और साथ ही इस वर्ग में वह ओलंपिक कोटे से भी वंचित रहा।

ग्रीको रोमन वर्ग में भारत के सभी पहलवानों ने लगातार निराशाजनक प्रदर्शन किया था लेकिन 130 किग्रा. वर्ग में नवीन को रेपेचेज़ तक पहुंचने का मौका मिला, लेकिन वह इसे भुना नहीं सके। नवीन को रेपेचेज़ के पहले ही राउंड में एस्तोनिया के हैकी नबी के हाथों 0-9 से शिकस्त झेलनी पड़ गयी जिसके साथ ही उनकी कांस्य की आखिरी उम्मीद भी समाप्त हो गयी।
भारतीय पहलवान काे 130 किग्रा. के ओलंपिक वर्ग में क्वालिफिकेशन राउंड में क्यूबा के ऑस्कर पिनो हिंड्स ने 9-0 से पराजित किया था। लेकिन पिनो के इस वर्ग के फाइनल में पहुंचने के कारण नवीन की रेपेचेज़ में पहुंचने का मौका मिला था।

इससे पहले मनीष को 67 किग्रा, सुनील कुमार को 87 किग्रा और रवि को 97 किग्रा के ओलम्पिक वर्ग में हार का सामना करना पड़ा था जबकि गैर ओलम्पिक वर्ग में 55 किग्रा में मंजीत, 63 किग्रा में सागर कुमार, 72 किग्रा में योगेश और 82 किग्रा में एशियाई चैंपियनशिप के रजत विजेता हरप्रीत सिंह भी बाहर हो गए थे।

भारत ने इस साल अप्रैल में चीन में हुई एशियाई चैंपियनशिप में ग्रीको रोमन वर्ग में तीन रजत और एक कांस्य पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन विश्व चैंपियनशिप में ग्रीको रोमन पहलवानों ने खासा निराश किया और वह देश को इस वर्ग में एक भी ओलंपिक कोटा नहीं दिला सके।


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