भारतीय वायुसेना दिवस का हुआ फुल ड्रेस रिहर्सल
हिंडन एयरबेस पर भारतीय वायुसेना ने अपनी 85वीं वर्षगांठ के लिए परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल की
गाजियाबाद। हिंडन एयरबेस पर भारतीय वायुसेना ने अपनी 85वीं वर्षगांठ के लिए परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल की। परेड ग्रांउड पर वायुसैनिकों ने अपनी चुस्ती-फुरती और अद्भुत तालमेल का परिचय दिया वहीं एयर वारियर ड्रिल टीम ने साढ़े पांच किलो की राईफल को उंगलियों पर नजाकर दर्शकों को दांतों तले उंगली दबाने का मजबूर कर दिया। इसके बाद शुरू हुआ एयर शो।
हजारों की संख्या में परेड ग्राउंड पर मौजूद दर्शकों को मानों इसी पल का इंतजार था। एयर शो के दौरान वायुसेना के लड़ाकू विमानों और डिस्पले टीम ने हवा में जमकर करतब दिखाए। भारत में निर्मित तेजस ने आसमान का सीना चीरकर पूरी दुनिया को भारतीय वायुसेना की ताकत का एहसास दिलाया। हर वर्ष 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना दिवस पर वायु यौद्धा पूरे जोश के साथ स्थापना दिवस मनाते हैं। वायुसेना दिवस के दो दिन पहले हिंडन एयरबेस पर फुल ड्रेस रिहर्सल का आयोजन किया गया। सुबह करीब आठ बजे शुरू हुए रिहर्सल के दौरान वायुसेना बैंड की धुन पर परेड का आयोजन किया गया।
इसके बाद एयर वारियर ड्रिल टीम ने साढ़े पांच किलों की थ्री नॉट थ्री राईफल को उंगली पर नजाकर दर्शकों को अचंभित कर दिया। पलक झपकते ही वायुसैनिक कब अपनी पॉजीशन बदल लेतेए दर्शकों को पता भी नहीं चलता। इसके बाद एयर शो का आयोजन किया गया। एयर शो की शुरूआत भारतीय वायुसेना के पहले विमान टाइगर मोथ से हुई। इसके बाद हरक्यूलिस विमान आसमान का सीना चीरते हुए परेड ग्राउंड के ऊपर से गुजरे। कुछ ही देर में टोही विमान एईएनसी ने दर्शकों की निगाहें बांध लीं।
एयर शो में इस टोही विमान को पहली बार शामिल किया गया है। इसके बाद भारी माल वाहक विमान सी-17 ग्लोब मास्टर, जो यमन में चलाए गए राहत अभियान में काम आया था, ने दशकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। इसके बाद तीन जगुआर, फिर अंबाला से उड़ान भरकर तीन मिग-21 और उसके पीछे-पीछे तीन मिग-29, ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरकर तीन मिराज-2000, हलवारा एयरबेस से तीन सुखोई-30 एमकेआई परेड ग्राउंड के ऊपर पहुंच गए। कहने की बात नहीं है कि इन सबके आगमन में सेंकडों के अंतर और बेहतर फोर्मेशन ने हमारे पायलटों के अदभुत तालमेल और अदम्य साहस का परिचय दिया।
इसके बाद बारी आई सूर्यकिरण टीम की। इस बार छह के बजाय नौ सूर्यकिरण एयरक्राफ्ट एयर शो में शामिल हो रहे हैं। जय हो ण्ण्ण् की धुन के साथ सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम ने काफी देर तक परेड ग्राउंड पर बैठे दर्शकों का मनोरंजन किया। इसके बाद भारत में निर्मित ष्तेजसष् ने जमकर हवा में करतब दिखाए। जुलाईए 2016 में भारतीय वायुसेना में शामिल किए गए तेजस को फ्लाइट लेफ्टिनेंट माधव रंगाचारी उड़ा रहे थे। ष्सारंगष् हैलीकॉप्टर भी फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान हवा में इठलाए।


