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भारत-बंगलादेश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में प्रतिबद्ध हैं: सुषमा

सुषमा स्वराज ने कहा है कि भारत और बांग्लादेश हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं और ‘जीरो टॉलरेंस’ और व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए ऐसी ताकतों से अपने देशों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं

भारत-बंगलादेश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में प्रतिबद्ध हैं: सुषमा
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ढाका। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि भारत और बांग्लादेश हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं और ‘जीरो टॉलरेंस’ और व्यापक दृष्टिकोण अपनाते हुए ऐसी ताकतों से अपने देशों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्रीमती स्वराज ने आज यहां चौथे संयुक्त सलाहकार आयोग के तहत बंगलादेशी पक्ष के साथ वार्ता के बाद कहा, ‘‘ हम दोनों सभी स्तरों पर हिंसक चरमपंथ और आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति और व्यापक दृष्टिकोण अपनाकर घृणा, हिंसा और आतंकवाद की विचारधारा से अपने देशों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हमने उन साझा चुनौतियों पर चर्चा की जो आज हमारे समक्ष मौजूद है। ” अपने दो दिवसीय दौरे पर आज यहां पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बंगलादेश के साथ आतंकवाद की साझा चुनौतियों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों देशों ने आतंकवाद के स्रोत के खिलाफ एक साथ लड़ने को लेकर प्रतिबद्धता भी जताई। श्रीमती स्वराज ने कहा कि विकास के दृष्टिकोण से भारत बंगलादेश का विश्वसनीय सहयोगी है। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और बंगलादेश के संबंध आपसी भाईचारे पर आधारित हैं जिसमें संप्रभुता, समानता, आपसी विश्वास और समझ का बहुत महत्व है।

उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को रणनीतिक साझेदारी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण बताया। रोहिंग्या मामले पर श्रीमती स्वराज ने कहा कि म्यांमार के राखिन प्रांत में हुई हिंसा को लेकर भारत काफी चिंतित है। उन्होंने कहा कि हम यहां लोगों के वापस लौटने और उनके कल्याण की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि हम साथ ही यह भी अपील करते हैं कि स्थिति को संभालने में संयम बरता जाए।

श्रीमती स्वराज ने कहा कि यह स्पष्ट है कि राखिन से पलायन कर रहे रोहिंग्या लोगों की वापसी पर ही वहां के हालात सामान्य होंगे।
उन्होंने कहा कि केवल सामाजिक-आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास से ही राखिन प्रांत की मौजूदा समस्या का दीर्घकालिक समाधान हो सकता है। उन्होंने कहा,“ जहां तक भारत का सवाल है वह राखिन प्रांत की चिह्वित परियोजनाओं के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायत मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। चौथे संयुक्त सलाहकार आयोग के तहत बंगलादेशी पक्ष के साथ बातचीत के बाद सुषमा ने कहा कि दोनों देशों ने अपने समाज को नफरत की विचारधाराओं के खतरे से बचाने का संकल्प लिया है। श्रीमती स्वराज ने कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान के नेतृत्व वाले विशेष सलाहकार आयोग की सिफारिशें लागू करने का समर्थन किया है।




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