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त्रिपुरा और असम के 136 लोगों को कुवैत भेजेगा भारत

कुवैत सरकार कानून तोड़ने के जुर्म में जेल में बंद असम और त्रिपुरा के 136 लोगों सहित 241 भारतीयों को भारत को सौंपने पर सहमत हो गयी

त्रिपुरा और असम के 136 लोगों को कुवैत भेजेगा भारत
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अगरतला । कुवैत सरकार कानून तोड़ने के जुर्म में जेल में बंद असम और त्रिपुरा के 136 लोगों सहित 241 भारतीयों को भारत को सौंपने पर सहमत हो गयी है।

ये सभी लम्बे समय से वर्क वीजा पर कुवैत गए हुए थे। हाल ही में कुवैत में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के फैलने के बाद सभी विदेशियों को उनके देश वापस भेजने की पहल की गयी है।

त्रिपुरा सरकार के प्रवक्ता शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने उन्हें त्रिपुरा वासियों को लेने के लिए तैयार रहने को कहा है, जिन्हें 27 मई और 04 जून के बीच किसी भी समय गुवाहाटी हवाई अड्डे पर विशेष विमान से भेजा जाएगा।

मध्य एशिया के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में त्रिपुरा, असम और पश्चिम बंगाल के लोग निर्माण कार्य, ड्राइवर और उसके सहायक के रूप में काम करते हैं। कथित तौर पर इनमें से कई लोगों को मजदूरी का भुगतान नहीं होने के कारण, मानसिक और शारीरिक यातना के कारण हर साल स्वदेश लौटना पड़ता है और कुछ को कानून तोड़ने की शिकायतों के बाद जेल में बंद कर दिया जाता है।

विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 17 देशों में पूर्वोत्तर के फंसे हुए लोगों को निकालने की योजना तैयार की गई है लेकिन मध्य एशियाई देशों से त्रिपुरा के 19 लोगों ने लौटने के लिए आवेदन किया हैं। कुवैत सरकार से प्राप्त सूचना के बाद विदेश मंत्रालय ने संबंधित राज्यों से उनके यहां लौटने वालों के लिए क्वारंटीन और कोविड परीक्षण की आवश्यक व्यवस्था करने को कहा है।

नाथ ने कहा कि बंगलादेश में फंसे 105 त्रिपुरावासी अखौरा इंटीग्रेटेड जांच चौकी से होते हुए यहां पहुंच रहे है और राज्य सरकार ने उनके पहुंचने पर स्वास्थ्य जांच की सभी व्यवस्थाएं मानक प्रोटोकॉल के आधार पर की है। महामारी कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर पूर्णबंदी के कारण विश्व के 17 देशों में फंसे हुए यात्रियों में छात्रों, पेशेवरों और पर्यटकों सहित 162 त्रिपुरा निवासियों के नाम विदेश मंत्रालय में अभी तक सूचीबद्ध किए गए है।

विदेश मंत्रालय विदेशों में फंसे हुए इन सभी यात्रियों को भारत लाने की व्यवस्था करेगा लेकिन यात्रियों को इसके लिए किराये और अन्य लागत का भुगतान स्वयं करना होगा। उन्होंने कहा कि विदेश में फंसे हुए त्रिपुरा के लोगों में से बंगलादेश में कम से कम 83, यूक्रेन में 25, ओमान में 12, रूस में नौ, अमेरिका में सात, नेपाल में छह, किर्गिस्तान में पांच, इटली में तीन, न्यूज़ीलैंड में दो लोग शामिल हैं। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, ब्रिटेन, सऊदी अरब, कुवैत, जॉर्जिया, कज़ाकस्तान और पुर्तगाल में त्रिपुरा के एक-एक लोग फंसे हुए हैं।



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