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हिंद महासागर क्षेत्र के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा भारत

भारत गुरुवार को बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2021 में आयोजित होने वाले एशिया के सबसे बड़े एयरो शो के दौरान हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा

हिंद महासागर क्षेत्र के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा भारत
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बेंगलुरू। भारत गुरुवार को बेंगलुरू में एयरो इंडिया 2021 में आयोजित होने वाले एशिया के सबसे बड़े एयरो शो के दौरान हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा।

सम्मेलन का व्यापक विषय 'हिंद महासागर में शांति, सुरक्षा और सहयोग में वृद्धि' करना होगा। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।

दिनांक 30 जनवरी 2021 तक चार देशों (मालदीव, कोमोरोस, ईरान और मेडागास्कर) के रक्षा मंत्रियों, छह देशों (ऑस्ट्रेलिया, केन्या, सेशेल्स, मॉरीशस, कुवैत और म्यांमार) के राजदूतों/ उच्चायुक्तों, सूडान के रक्षासचिव और 10 देशों के सेना प्रमुखों समेत कुल 18 देशों से सम्मेलन में भागीदारी की पुष्टि हुई है। इसके अलावा छह देश या तो सीधे वर्चुअल तरीके से भाग ले रहे हैं या अपने रिकॉर्डेड संदेश भेज रहे हैं।

यह सम्मेलन एक संस्थागत, आर्थिक और सहकारी वातावरण में बातचीत को बढ़ावा देने की एक पहल है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के विकास को बढ़ावा दे सकता है।

यह सम्मेलन भाग लेने वाले देशों के बीच रक्षा उद्योग सहयोग से जुड़े विषयों, डिजाइन और जहाज निर्माण के लिए भारतीय रक्षा शिपयाडरें में उपलब्ध संसाधनों का आदान-प्रदान, मित्र देशों के साथ भारतीय बंदरगाहों, बढ़ी हुई समुद्री डोमेन जागरूकता की दिशा में सूचना साझा करने, समुद्री निगरानी और सहयोग, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर), समुद्री प्रदूषण की प्रतिक्रिया संबंधी गतिविधियों, समुद्री संसाधनों के इस्तेमाल के लिए प्रौद्योगिकियों और क्षमताओं का विकास इत्यादि विषयों पर चर्चा करेगा।

रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन के बाद दो सेमिनार होंगे। पहला सेमिनार भारतीय नौसेना और नौसेना मैरीटाइम फाउंडेशन द्वारा 4 फरवरी, 2021 को आयोजित किया जाएगा और दूसरा सेमिनार भारतीय तटरक्षक और उद्योग द्वारा दिनांक 5 फरवरी, 2021 को आयोजित किया जाएगा।

कॉन्क्लेव और दोनों अनुवर्ती सेमिनार 'शांति, प्रगति और समृद्धि' के क्षेत्र में हिंद महासागर क्षेत्र को साकार करने और सतत विकास एवं पारस्परिक सह-अस्तित्व के लिए क्षेत्र के देशों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे ।

भारत भौगोलिक रूप से हिंद महासागर के लिए केंद्रीय देश है और इसका 7,500 किलोमीटर का विशाल समुद्र तट है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा व्यक्त भारत के ²ष्टिकोण सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल (सागर) को हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) के देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग के बिना साकार नहीं किया जा सकता है ।

2020 के महामारी वर्ष के बीच भारत विश्व एयरोस्पेस और रक्षा (ए एंड डी) नेताओं के लिए एक अंतराष्र्ट्ीय मंच के आयोजन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, ताकि विचारों का आदान-प्रदान किया जा सके और एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में सहयोग की दिशा में साझेदारियां सुनिश्चित हो सके।


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