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पांच साल में भारत में होंगे डेढ़ लाख से अधिक फोरेंसिक विशेषज्ञ : शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि अगले पांच साल में भारत में 1.5 लाख से अधिक फोरेंसिक विज्ञान विशेषज्ञ होंगे, जो दुनिया में सबसे ज्यादा होंगे

पांच साल में भारत में होंगे डेढ़ लाख से अधिक फोरेंसिक विशेषज्ञ : शाह
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धारवाड़। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि अगले पांच साल में भारत में 1.5 लाख से अधिक फोरेंसिक विज्ञान विशेषज्ञ होंगे, जो दुनिया में सबसे ज्यादा होंगे।

श्री शाह ने कहा कि अगले 11 वर्षों के दौरान हर साल 10,000 फोरेंसिक विज्ञान विशेषज्ञ तैयार करने की योजना है। यह कहते हुए कि अपराधियों से एक या दो कदम आगे रहना महत्वपूर्ण है, उन्होंने कहा कि हमें आधुनिक तकनीक के साथ अपनी सुविधाओं को मजबूत करने की आवश्यकता है क्योंकि थर्ड डिग्री के तरीके स्वीकार्य नहीं हैं।

श्री शाह ने शनिवार को गुजरात स्थित राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के नौवें परिसर की यहां आधारशिला रखते हुए कहा कि केंद्र आपराधिक और साइबर अपराध मामलों की जांच के लिए देश में फोरेंसिक विज्ञान आधारित जांच को अनिवार्य बनाने की योजना बना रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,“केंद्र देश में 50 एनएफएसयू कैंपस स्थापित करने की भी योजना बना रहा है। धारवाड़ परिसर दक्षिण भारत में अपनी तरह का पहला परिसर होगा।”

उन्होंने कहा कि नकली नोट, हवाला, महिलाओं के खिलाफ अपराध, साइबर अपराध सहित विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते अपराध से निपटने के लिए देश में आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

श्री शाह ने कहा कि भविष्य में फोरेंसिक विज्ञान का क्षेत्र सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक बन जाएगा और देश के तकनीकी विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अमेरिका, कनाडा, इस्राइल और कई अन्य देशों की तुलना में भारत इस मामले में काफी पीछे है। उन्होंने कहा कि एनएफएसयू ने कई कदम उठाए हैं और एफएसएल के उपयोग में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।

गुजरात में विश्व में प्रथम राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना का श्रेय पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देते हुए उन्होंने कहा कि आज देश में आठ परिसर हैं जहां छात्र साइबर अपराध, डिजिटल अपराध, हरित ऊर्जा,डीएनए प्रौद्योगिकी, कृषि प्रौद्योगिकी और पर्यावरण प्रौद्योगिकी जैसे विषयों में डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।

इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक देश का एकमात्र राज्य है, जिसके पुलिस विभाग में 200 कर्मचारियों और 54 वैज्ञानिकों के साथ एक उन्नत और संचालित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला है।


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