भारत को बनाएं आत्महत्या मुक्त
जंतर मंतर पर आज अजीब नजारा था, देशभर से आए किसानों के बीच वे बच्चे सबका ध्यान खींच रहे थे
नई दिल्ली (देशबन्धु)। जंतर मंतर पर आज अजीब नजारा था, देशभर से आए किसानों के बीच वे बच्चे सबका ध्यान खींच रहे थे, जिनके परिजन किसान थे और खेती संकट के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। नासिक से आए इन बच्चों ने अपील की, कि आगे से कोई भी किसान आत्महत्या न करें, क्योंकि वे तो मर जाते हैं, पर पीछे उनके बच्चे अनाथ घूमते हैं, इन बच्चों की केन्द्र सरकार से अपील की, कि वे इस तरह की नीतियां बनाएं, जिससे देश को आत्महत्या मुक्त बनाया जा सके। नासिक के आधारतीर्थ से आए इन किसान बच्चों में सबसे छोटी बच्ची करिश्मा है, जिसके माता पिता दोनों ने ही आत्महत्या कर ली थी।
राजधानी आए इन बच्चों की संख्या 40 है, जबकि आश्रम में 350 ऐसे बच्चे रह रहे हैं, जिनके परिवार में किसी न किसी ने आत्महत्या की है। जलगांव से आई पल्लवी ने बताया, कि उनके इलाके में 1500 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें किसी तरह का सहारा नहीं मिल सका। किसान मुक्ति संसद में आए इन बच्चों की अपील सभी को भावुक कर गई, इन बच्चों ने यहां मराठी में एक गीत भी प्रस्तुत किया, जो एक किसान पिता से आत्महत्या न करने की अपील थी, इस गीत में बच्चा अपने पिता से कहता है, वह अभाव में जी लेगा, पर उसे अपने पिता की ज्यादा जरुरत है।
इन बच्चों की अपील के कारण ही किसान संसद में मौजूद सभी किसान नेताओं ने देश को आत्महत्या मुक्त कराने की अपील की। शपथ लेने वालों में माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी थे, उन्होंने सभा में किसानों से वादा किया, कि वे संसद के अंदर और बाहर इस शपथ के लिए लड़ेंगे। यह किसान संसद मंदसौर से निकली किसान मुक्ति यात्रा के राजधानी पहुंचने पर जंतर-मंतर पर आयोजित की गई, बाद में यह प्रदर्शन अनिश्चितकालीन धरने में बदल गया। समाजवादी नेता शरद यादव भी किसानों को समर्थन करने पहुंचे, उन्होंने बताया, कि भाजपा केवल 31 फीसदी वोटों से सरकार में हैं, आज किसानों के मुद्दे पर पूरा विपक्ष एक है और इस पर सरकार को झुकाकर ही दम लेंगे।
किसान संसद में अलग-अलग दलों के लगभग एक दर्जन सांसद पहुंचे, जिनमें राजू शेट्टी (स्वाभिमानी शेतकारी संगठन), डॉ. धर्मवीर गांधी (आप), तपन कुमार सेन (सीपीएम), अली अनवर (जेडीयू), मोहम्मद सलीम (सीपीएम), जितेंद्र चौधरी, अरविंद सावंत (शिवसेना), बीआर पाटिल (कांग्रेस), शैलेन्द्र कुमार (जेडीयू), मो. मदरुद्ददुजा, शंकर दत्ता, श्रीमोती, केरल सांसद करुणाकरन और अन्य सांसदों ने किसानों की मांगों का समर्थन किया। किसान संगठनों की तरफ से अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के समन्वयक बीएम सिंह, हन्ना मौल्ला, योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, मेधा पाटकर, प्रतिभा शिंदे, तमिलनाडु किसान संगठन के नेता अन्नाकन्नू, चन्द्रशेखर, सुंदर विमलनाथन, पीएस शारदा, लिंगराज, प्रेमसिंह गहलोत, पुरुषोत्तम शर्मा सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया। संचालन डा सुनीलम ने किया।


