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भारत-नेपाल सुरक्षा, संपर्क व व्यापार संबंध बढ़ाने पर सहमत

भारत और नेपाल के बीच संबंधों में महीनों तनाव के बाद शनिवार को दोनों संपर्क, व्यापार, कृषि और सीमा सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने को राजी हुए

भारत-नेपाल सुरक्षा, संपर्क व व्यापार संबंध बढ़ाने पर सहमत
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नई दिल्ली। भारत और नेपाल के बीच संबंधों में महीनों तनाव के बाद शनिवार को दोनों संपर्क, व्यापार, कृषि और सीमा सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने को राजी हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष के.पी. शर्मा ओली को आश्वस्त किया कि नई दिल्ली नेपाल की प्राथमिकताओं के अनुसार साझेदारी को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

तीन दिन के भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और मोदी के बीच कई मसलों पर बातचीत हुई। मोदी ने उनको आश्वस्त किया कि भारत हमेशा नेपाल के विकास की चाह में उसके साथ खड़ा रहेगा।

वार्ता के बाद संयुक्त बयान में प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ दोस्ताना रिश्ते मजबूत करने को ज्यादा महत्व देती है। उन्होंने नेपाल की सरकार की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि वह भारत की प्रगति व समृद्धि का लाभ उठाकर आर्थिक बदलाव व विकास लाने के हिमायती हैं और इसी के अनुरूप द्विपक्षीय संबंध विकसित करना चाहते हैं।

चीन के साथ नजदीकी रिश्ता रखने वाले व समर्थक के रूप रहे ओली ने कहा कि वह 'समानता और न्याय के सिद्धांतों' पर आधारित द्विपक्षीय संबंधों को नई बुलंदियों तक ले जाने और 21वीं सदी की वास्तविकताओं के अनुरूप आगे बढ़ने के मकसद से भारत आए हैं।

ओली के साथ संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री के समृद्ध नेपाल के नजरिये का स्वागत किया।

उन्होंने कहा कि दोनों देश सभी संपर्क परियोजनाओं पर तेजी से आगे बढ़ने को राजी हैं। उन्होंने घोषणा की कि भारत के सीमावर्ती शहर रक्सौल से नेपाल के काठमांडू के बीच भारत की वित्तीय मदद से एक नई रेल परियोजना बनाई जाएगी।

मोदी ने कहा कि पड़ोसी हिमालयी देश के विकास में भारत का योगदान जारी रहेगा।

उन्होंने कहा, "नेपाल के विकास में भारत के योगदान का लंबा इतिहास रहा है। मैं प्रधानमंत्री ओली को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह भविष्य में भी जारी रहेगा।"

मोदी ने कहा कि दोनों देश रेल और जलमार्ग के माध्यम से संपर्क को बेहतर करने की ओर अग्रसर हैं।

उन्होंने कहा, "हमारा मकसद नेपाल के साथ रेलमार्ग और जलमार्ग को बेहतर करना है। आज, हमने कुछ विभिन्न संपर्क परियोजनाओं की समीक्षा की।"

ओली फरवरी माह में दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने के बाद पहली विदेश यात्रा में शुक्रवार को यहां पहुंचे थे। दोनों नेता इससे पहले प्रतिनिधि स्तर की वार्ता के लिए मिले थे और विशेष रूप से व्यापार व संपर्क में आगे सहयोग पर दोनों ने चर्चा की थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दोनों पक्षों के बीच वार्ता की अध्यक्षता करने वाले दोनों प्रधानमंत्रियों की एक तस्वीर भी ट्विटर पर साझा की।

प्रवक्ता ने कहा, "दोस्तों के बीच वार्ता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली के बीच सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार पर चर्चा लाभकारी रही। इनमें विकास सहयोग, व्यापार व निवेश, कृषि, ऊर्जा, संर्पक और लोगों से लोगों का संपर्क विशेष क्षेत्र है।"

भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आए ओली और उनकी पत्नी राधिका शाक्य राष्ट्रपति भवन जाने से पहले महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट गए।

तनावपूर्ण संबंधों के बीच ओली की भारत यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह पत्नी व 54 सदस्यीय उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत के सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की ओर से ज्यादा से ज्यादा निवेश की इच्छा लिए यहां पहुंचे हैं।

फरवरी में नेपाल की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद कम्युनिस्ट नेता ओली का यह पहला विदेश दौरा है।


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