'भारत को अपने स्टैंड पर खड़े रहने की जरूरत', इजरायल-हमास जंग पर मायावती ने पीएम को दी सलाह
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन युद्ध पर कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है। अब गाजा में चल रहे युद्ध पर देश को अपने इसी स्टैंड पर मजबूती से रहना चाहिए ।

लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन युद्ध पर कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है। अब गाजा में चल रहे युद्ध पर देश को अपने इसी स्टैंड पर मजबूती से रहना चाहिए ।
सुश्री मायावती ने आज किये ट्वीट में कहा “ यूक्रेन युद्ध को लेकर जब मोदीजी ने कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है तो पश्चिमी नेताओं ने उनकी खूब प्रशंसा की । अब गाजा युद्ध को लेकर भी भारत को अपने स्टैंड पर मजबूती से खड़ा रहने की जरूरत है, जो सबको अनुभव हो।”
1. यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम श्री नरेन्द्र मोदी ने जब यह कहा कि 'This is not an era of war' अर्थात् आज का युग युद्ध का नहीं है, तो इसकी प्रशंसा पश्चिमी नेताओं ने खूब की और अब गाज़ा युद्ध को लेकर भी भारत को अपने इस स्टैण्ड पर ऐसी मजबूती से खड़े रहने की जरूरत है जो सबको अनुभव हो।
उन्होंने कहा “ युद्ध दुनिया में कहीं भी हो, आज के ग्लाेबल वर्ल्ड में अधिकतर देशों की अर्थव्यवस्था एक दूसरे से जुड़ी हैं। यूक्रेन युद्ध लगातार जारी है और पूरी दुनिया इससे प्रभावित है। इसलिए विश्व में कहीं भी नया युद्ध मानवता के लिए कितना विनाशकारी होगा यह अंदाजा लगाना किसी के लिए भी मुश्किल नहीं।”
2.युद्ध दुनिया में कहीं भी हो आजके ग्लोबल वर्ल्ड में अधिकतर देशों की अर्थव्यवस्था एक-दूसरे पर काफी हद तक जुड़ी/निर्भर है। यूक्रेन युद्ध लगातार जारी है व दुनिया इससे प्रभावित है। इसीलिए विश्व में कहीं भी नया युद्ध मानवता के लिए कितना विनाशकारी होगा इसका अन्दाजा लगाना मुश्किल नहीं।
बसपा प्रमुख ने कहा “ भारत अपनी आजादी से ही विश्व में शांति, सौहार्द और स्वतंत्रता के लिए तथा नस्लवाद आदि के विरूद्ध अतिसक्रिय रहा है। जिसकी प्रेरणा और शक्ति उसे उसके समतामूलक एवं मानवतावादी संविधान से मिली है। दुनिया में भारत की यह पहचान बनी रहनी चाहिए।
3. भारत अपनी आज़ादी के बाद से ही विश्व में शान्ति, सौहार्द, स्वतंत्रता के लिए तथा नस्लभेद आदि के विरुद्ध अति गंभीर व सक्रिय रहा है, जिसकी प्रेरणा और शक्ति उसे उसके समतामूलक एवं मानवतावादी संविधान से मिली है। दुनिया में भारत की यह पहचान बनी रहनी चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) October 19, 2023


