विदेशी पर्यटकों के लिए भारत एक आदर्श स्थान: अल्फोंस
केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.जे. अल्फोंस का कहना है कि पर्यटन की दृष्टि से भारत के बारे में अंतर्राष्ट्रीय परामर्श (पर्यटन श्रेणी) पक्षपातपूर्ण और गैरजरूरी है, क्योंकि यहां अपराध और हिंसक घटनाएं बहुत कम

नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन मंत्री के.जे. अल्फोंस का कहना है कि पर्यटन की दृष्टि से भारत के बारे में अंतर्राष्ट्रीय परामर्श (पर्यटन श्रेणी) पक्षपातपूर्ण और गैरजरूरी है, क्योंकि यहां अपराध और हिंसक घटनाएं बहुत कम हैं।
अपने कार्यालय में उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटकों के लिए भारत एक आदर्श स्थान है और सरकार भारत के खिलाफ बने नकारात्मक विचारों को खत्म करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा, "ज्यादातर परामर्श पक्षपातपूर्ण होते हैं। मैं नस्लीय पक्षपात शब्द का उपयोग नहीं करना चाहता हूं। जैसे असम के लिए परामर्श अभी भी स्तर दो पर है। क्यों? ऐसे परामर्श पूरी तरह अनुचित हैं।"
अल्फोंस ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने कई देशों से इस मुद्दे पर बात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वैश्विक नीति भारत को सुरक्षित स्थान प्रस्तुत करने के लिए सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।
उन्होंने कहा, "आप जानते हैं कि कुछ घटनाएं काफी खेदजनक हैं, लेकिन उनकी संख्या काफी कम है। असली मुद्दा यह है कि विदेशी मीडिया भारत के खिलाफ बुरी तरह पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाता है।"
यह मुद्दा तब उठा, जब अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने बार-बार अपने नागरिकों से भारत यात्रा के दौरान सावधानी बरतने के लिए कहा है। कथित रूप से उन्होंने यह कदम भारत में अपराध और हिंसा की घटनाओं को देखते हुए उठाया है।
अमेरिका ने जनवरी में अपने परामर्श की समीक्षा कर भारत को स्तर दो पर रखा और भारत में बढ़ती वारदातों का जिक्र किया। कनाडा ने भी 21 मार्च को अपने परामर्श में बदलाव करते हुए अपने नागरिकों को भारत यात्रा के दौरान बहुत ज्यादा सतर्क रहने के लिए कहा है। उसके अनुसार भारत में हमेशा आतंकवादी हमले का खतरा रहता है।
ब्रिटेन ने भी 21 फरवरी, 2018 को अपने परामर्श में भारत में आतंकवादी खतरे की बात करते हुए ब्रिटिश नागरिकों को भारत में अति सतर्क रहने के लिए कहा है।
अल्फोंस के अनुसार, भारत ने खुद को एक आदर्श पर्यटन केंद्र, एक सुरक्षित केंद्र के तौर पर स्थापित किया है। इन परामर्शो के बावजूद साल 2017 में भारत ने एक करोड़ दो लाख विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया।
राजस्व की दृष्टि से विदेशी पर्यटकों से आर्जित कोष 20.2 फीसदी की बढ़ोत्तरी के साथ 27 अरब डॉलर हो गया है।
उन्होंने कहा, "इसलिए मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि ये परामर्श पूरी तरह अनुचित हैं।"


