महिला विश्व कप में भारत का सामना पाकिस्तान से
पाकिस्तान के खिलाफ यहां काउंटी ग्राउंड पर रविवार को होने वाले महिला विश्व कप के मुकाबले में भारतीय टीम हर विभाग में सवा सेर दिखाई दे रही है
डर्बी। पाकिस्तान के खिलाफ यहां काउंटी ग्राउंड पर रविवार को होने वाले महिला विश्व कप के मुकाबले में भारतीय टीम हर विभाग में सवा सेर दिखाई दे रही है। अपने पहले दोनों मैचों में भारत ने चैम्पियन की तरह खेलते हुए शानदार जीत दर्ज की है।
कप्तान मिताली राज, स्मृति मंधाना और पूनम राउत के रूप में भारत का शीर्ष क्रम इस समय अपने शबाब पर है। यह तीनों अब तक खेले विश्व कप के दो मैचों में कुल 480 गेंदों पर 399 रन बना चुकी हैं, जिसमें 42 चौके और पांच छक्के शामिल हैं। वहीं पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड के खिलाफ टॉन्टन में खेले मैच में केवल 107 रन ही बना पाई थी। उसने दो मैचों में कुल 313 रन बनाए हैं।
तेज गेंदबाजों का अनुभव और स्पिनरों की किफायती गेंदबाजी भारतीय आक्रमण का अचूक हथियार साबित हुए हैं। भारत ने विश्व कप में पाकिस्तान से अब तक खेले अपने दोनों मुकाबले जीते हैं। उसे पहली जीत 2009 में ब्रैडमैन ओवल में दस विकेट से हासिल हुई थी। इस मैच में हरमनप्रीत कौर ने अपने एकदिवसीय करियर की शुरुआत की थी और उसे दूसरी जीत पिछले विश्व कप में कटक में हासिल हुई जहां भारत छह विकेट से विजयी रहा।
कुल मिलाकर दोनों टीमों के बीच अब तक सात एकदिवसीय मुकाबले हुए हैं और सातों में भारत ने बाजी मारी है। इस समय मिताली जबर्दस्त फॉर्म मे हैं। रोचक बात यह है कि उन्होंने विश्व कप में अपनी पहला शतक 2013 में कटक में ही बनाया था।
वहीं पाकिस्तान की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाली माहिदा खान ने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए दो मैचों में कुल 82 रन ही बनाए हैं। वहीं भारत की बाएं हाथ की बल्लेबाज स्मृति दो मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 196 रन बना चुकी हैं।
उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले मैच में शतक और इंग्लैंड के खिलाफ अर्धशतक जड़े थे। पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा झटका उसकी सबसे ऊंचे रैंक की बल्लेबाज बिस्माह मारूफ का चोटिल होना है। उनके के दाएं हाथ में चोट आई है।
तीन बार की चैम्पियन इंग्लैंड और पिछली उपविजेता वेस्टइंडीज को हराकर भारत ने करीब-करीब सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। बीच के ओवरों की शानदार गेंदबाजी और विकेट के पीछे सुषमा वर्मा का शानदार प्रदर्शन भारत के लिए तुरूप का इक्का साबित हुआ है।
सुषमा ने हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ विकेट के पीछे दो बड़ी गलतियां की थीं, लेकिन इसे उन्होंने दूसरे मैच में तीन स्टम्प और एक कैच लपककर सुधार लिया। मिताली और मंधाना के बल्लों से हुई बरसात ने भारत को आगे के मैचों के लिए उम्मीदें दिखाई हैं।
पाक की उम्मीद सना मीर पर। पाकिस्तान ने बिस्माह मारूफ की जगह 25 वर्षीय इराम को अपनी टीम में शामिल किया है। उन्होंने सात एकदिवसीय मैचों में कुल 37 रन बनाए हैं और उन्हें इस दौरान तीन विकेट हासिल हुए। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक हजार रन और सौ विकेट का डबल पूरा करने वाली टीम की कप्तान सना मीर पर पाकिस्तान टीम को काफी भरोसा है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस विश्व कप के पहले मैच में 207 रनों का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम तीन विकेट से हार गई थी। दूसरे मैच में इंग्लैंड के खिलाफ केवल 107 रन पर लुढ़ककर पाकिस्तान टीम के हौसले पस्त होते दिखाई दिए और रही सही कसर उसकी टी-20 टीम की कप्तान बिस्मा मारूफ की चोट से पूरी हो गई।
पाकिस्तान की टीम फिलहाल धीमे ओवर रेट की परेशानी से जूझ रही है। एक और मैच में ऐसी ही गलती उसकी कप्तान साना को भारी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में उन्हें एक मैच का निलम्बन भी भुगतना पड़ सकता है।
इसी साल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने करियर की शुरुआत करने वाली स्पिनर नाशरा संधू अब भारत के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगी। टॉन्टन में उनके प्रदर्शन पर भी सबकी नजरें रहेंगी।


