दूसरे देशों की तुलना में कम किराए पर नागरिकों को निकाल रहा भारत : पुरी
नागरिक उड्डयन मंत्री ने ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत किराया अधिक होने की शिकायतों पर आज कहा कि भारत अन्य देशों के मुकाबले बेहद कम किराए में अपने नागरिकों को विशेष उड़ानों से वापस लाने की व्यवस्था कर रहा है

नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत किराया अधिक होने की शिकायतों पर आज कहा कि भारत अन्य देशों के मुकाबले बेहद कम किराए में अपने नागरिकों को विशेष उड़ानों से वापस लाने की व्यवस्था कर रहा है।
अमेरिका, कनाडा और इजरायल द्वारा उनके नागरिकों को दिल्ली से निकालने के लिए लिये जा रहे किरायों की तुलना करते हुये श्री पुरी ने कहा “कुछ लोगों ने वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया द्वारा अधिक किराया लेने पर चिंता जताई है। हालाँकि ये आम वाणिज्यिक किरायों के बराबर नहीं हैं, लेकिन इन्हीं मार्गों पर दूसरे देशों द्वारा (उनके नागरिकों को निकालने के लिए) लिये जा रहे किराये की तुलना में काफी कम हैं।”
श्री पुरी ने इसके बाद किराये का एक तुलनात्मक चार्ट साझा करते हुये लिखा है कि अमेरिका के ह्यूस्टन शहर के लिए वहाँ के दूतावास ने तीन लाख रुपये में टिकट उपलब्ध कराये हैं जबकि वंदे भारत के तहत अमेरिका से दिल्ली का किराया मात्र 1.03 लाख रुपये है। इसी प्रकार कनाडा अपने नागरिकों से दिल्ली से टोरंटो का किराया 1.62 लाख रुपये और दिल्ली से वैंकूवर का किराया 1.84 लाख रुपये ले रहा है जबकि इसी मार्ग पर वंदे भारत मिशन में किराया 1.07 लाख रुपये है। यह बड़ा अंतर है।
केंद्रीय मंत्री ने इजरायल के किराये की तुलना करते हुये लिखा है कि इजरायली दूतावास दिल्ली से तेल अवीव के लिए 82,500 रुपये किराया ले रहा है जबकि वंदे भारत में इस मार्ग पर किराया 51,938 रुपये है।


