काबिज भूमि को गौचर बताने से बढ़ी परेशानी
वर्षो से काबिज भूमि को पटवारी द्वारा गौचर भूमि बता देने से लोगों के सामने संकट की स्थिति आ गई है समस्या के निराकरण के लिए तहसीलदार को हितग्राहियों ने आवेदन सौंपकर कार्यवाही की बात की है
जांजगीर। वर्षो से काबिज भूमि को पटवारी द्वारा गौचर भूमि बता देने से लोगों के सामने संकट की स्थिति आ गई है समस्या के निराकरण के लिए तहसीलदार को हितग्राहियों ने आवेदन सौंपकर कार्यवाही की बात की है।
नगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 15 बेलसरी में अपने जमींन पर लोगों के द्वारा मकान बनाकर पिछले 20 वर्षो से गुजर बसर किया जा रहा है। इधर शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को मकान देने हेतू सर्वे कराया जा रहा है आवेदकों का मकान जीर्ण शीर्ण इस योजना के तहत लाभ लेने के लिए आवेदक राजेंद्र बघेल, नारायण दास, रूपा, विनोद, अनिल मोहले, सत्येंद्र सोनवानी, लक्ष्मी नारायण, राजकुमारी, पेखन, अश्वनी, तुलाराम, बेदराम, मनहरण, परदेशी, पुन्नी, कदम, चरण, राघव सहित अन्य ने आवेदन नगरपालिका में किया। नियमानुसार इस योजना के तहत आवेदकों को पटवारी से प्रमाण पत्र लेकर जमा करना है इसके बाद आगे की ्रप्रक्रिया प्रांरभ किया जाएगा।
जब ये सभी पटवारी से प्रमाण पत्र लेने पहुंचे तो पटवारी ने कहा कि यह गौचर भूमि है जिसके कारण कब्जा प्रमाण पत्र नही दिया जा सकता इतना सुनते ही लोगों को होश उड़ गए। इनका कहना है कि 2002 में राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत पट्टा दिया गया था और तब से इस भूमि पर वे काबिज है अचानक पटवारी द्वारा गौचर कह देने से भारी समस्या आ गई है।
इतना ही नही स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण भी इसी जमींन पर किया गया है। आज नगरपालिका उपाध्यक्ष पुष्पा मुन्ना श्रीवास के साथ तहसीलदार के समक्ष आवेदन सौपंकर कार्यवाही की मांग की है।


