अधीक्षण अभियंता की बढ़ी मुश्किलें दर्जन भर कंपनियों की मिली जानकारी
कालाधन खपाने व आय से अधिक संपत्ति जुटाने के आरोप में आयकर विभाग के निशाने पर आए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश्वर सिंह यादव की जल्द ही मुसीबत बढ़ने वाली है

नोएडा। कालाधन खपाने व आय से अधिक संपत्ति जुटाने के आरोप में आयकर विभाग के निशाने पर आए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता राजेश्वर सिंह यादव की जल्द ही मुसीबत बढ़ने वाली है, क्योंकि उनकी दर्जन भर कंपनियों के डेढ़ दर्जन निदेशकों के जल्द ही लाकरों को खोला जाना है।
जिसमें राजेश्वर सिंह यादव की अकूत संपत्तियों व दौलत के सारे राज बाहर आएंगे। सूत्र बताते है कि आयकर विभाग की जांच टीम ने सभी निदेशकों की जन्मकुंडली तैयार करनी शुरू कर दी है। इसमें यह भी देखा जा रहा है कि निदेशक के पद पर तैनात व्यक्ति का राजेश्वर सिंह यादव से क्या रिश्ता है। अभी कयास लगाया जा रहा है कि संभवता यह सभी निदेशक उनके रिश्तेदार है। ऐसे में उनके पिछले रिकार्ड को भी खंगाले का काम किया जा रहा है। जिससे यह पता चल सके कि यह निदेशक प्रोफेशनल्स है या ऐसे ही कंपनियों में कालाधन खपाने के लिए सिर्फ रबर स्टैंप की तरह करीबियों का इस्तेमाल किया गया है।
सूत्र का कहना है कि आयकर की जांच टीम को सेक्टर-18 में खोले गए लॉकरों से कुछ खास सबूत नहीं मिले है। अब उनके कुछ ही लाकर शेष बचे है। जिसमें भी ज्यादा कुछ मिलने की उम्मीद नहीं जताई जा रही है, लेकिन उनके साथ जुड़े सभी करीबी रिश्तेदारों के लाकरों को जल्द खोलने की प्रक्रिया को शुरू किया जा सकता है।
इसके लिए कार्रवाई शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है लेकिन अधिकारियों को बड़ी सफलता निदेशकों के लाकर खुलने के बाद हाथ लगने उम्मीद है। इसके लिए जब्त दस्तावेजों के आधार पर लगातार सफलता की पुष्टि भी हो रही है। इसके लिए कंपनियों के जितने भी चार्टड अकाउंटेंट है।
उनसे भी जल्द ही पूछताछ की जा सकती है। उन्हें भी विभाग के अधिकारियों ने निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। आयकर की टीम ने बुधवार को सेक्टर-18 में जिस बैंक में लाकरों को खोलने की प्रक्रिया अपनाई है। उसमें एक लाकर पूरी तरह से खाली मिलना भी बताया गया है।
सीसीटीवी की फुटेेज भी सहयोगी का खोलेगा राज
जांच टीम बैंक से यह भी जानकारी जुटा रही है कि हाल में कब राजेश्वर सिंह यादव ने अपने लाकरों को खोला है। उस दिन उनके साथ बैंक में कौन-कौन शामिल हुआ था साथ पहुंचे व्यक्ति से भी गहनता से पूछताछ की जा सकती है।


