आँख से पीड़ित युवक की मदद के लिए बढ़े हाथ
नगर के जितेंद्र कुमार सूर्यवंशी पिता बिरीजलाल सूर्यवंशी उम्र 21 वर्ष अपने एक आँख पीड़ित होने व पिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण बचपन से ही पढ़ाई छोड़ दिया था

सीपत। नगर के जितेंद्र कुमार सूर्यवंशी पिता बिरीजलाल सूर्यवंशी उम्र 21 वर्ष अपने एक आँख पीड़ित होने व पिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण बचपन से ही पढ़ाई छोड़ दिया था। वही उसके पिता संजीवनी कोष सहित कई बड़े बड़े अस्पताल में भी ईलाज के लिए गुहार लगा चुका था। लेकिन किसी भी प्रकार की कोई सहायता नही मिल पाने के कारण आँख का ईलाज नही हो पाया था। खबर छपने के बाद वायरल होने के बाद आखिरकार जितेंद्र की गुहार किसी ने सुनकर मदद के लिए आगे आये।
समीप के ग्राम नवागांव , मचखण्डा के ही युवक मनीष पाटनवार, चंद्रकांत साहू, मनोज सूर्यवंशी ने पीड़ित जितेंद्र कुमार से आकर मुलाकात की व उनका हाल जानने के बाद इन युवकों ने आगे आकर जितेंद्र को सरकार की योजनाओं से उन्हें लाभ दिलाने व ईलाज करवाने का विश्वास दिलाया तथा बेहतर से बेहतर ईलाज की सुविधा मुहैया कराने की बात कही। दूसरे दिन पीड़ित जितेंद्र कुमार को सिम्स लेजाकर उनके आँख का चेकप भी कराया। इन्होंने बताया कि हम जरूरतमन्दो की सहायता कर उनके जीवन मे खुशहाली लाना ही हमारा कर्तव्य है। इन्ही कर्तव्यों को लेकर हम जितेंद्र के ईलाज के कुछ अपने व्यक्तिगत राशि व सरकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी योजनाओं से उनका हरसम्भव ईलाज कराने प्रयास करेंगे। इंसानियत दिखाकर मदद करने वाले इन युवकों के कार्य को क्षेत्र के लोगों द्वारा सराहा जा रहा है।
सहायता करने वाले इन युवकों ने बताया कि इसी तरह हमने पिछले दिनों में भी एक कैंसर से पीड़ित व्यक्ति तथा बाएं पैर से पीड़ित व्यक्ति का भी संजीवनी राहत कोष से रेस्क्यू कर उनका सम्पूर्ण ईलाज करवाये है। उन्होंने बताया कि ऐसे ही नि:स्वार्थ भाव से 6 महीनों में लगभग 20 जरूरतमंद मरीजो को मदद कर ईलाज मुहैय्या कराएं है। जिससे आज उनके जीवन मे खुशहाली आई है। इसी तरह अपने आँख की ईलाज हो जाने की बात सुनकर जितेंद्र कुमार को भी खुशी हुई।


