कोरोना संक्रमित मंत्रियों की संख्या बढ़ने पर 'सेमी नहीं फुल ऑनलाइन' बैठकों पर जोर
केंद्र और राज्य सरकारों के कई मंत्रियों के लगातार कोरोना संक्रमित होने पर पड़ते सरकारी कामकाज पर असर को देखते हुए फुल ऑनलाइन बैठक पर जोर दिया जा रहा है

नई दिल्ली। केंद्र और राज्य सरकारों के कई मंत्रियों के लगातार कोरोना संक्रमित होने पर पड़ते सरकारी कामकाज पर असर को देखते हुए फुल ऑनलाइन बैठक पर जोर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के मंत्रालयों में अमूमन सभी बैठकें ऑनलाइन हो रहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि बीच में कोरोना से हालात में सुधार देखते हुए बैठकें सेमी ऑनलाइन मोड यानी कुछ लोग ऑफिस में एक साथ और कुछ लोग बाहर से ऑनलाइन जुड़ते थे, लेकिन अब पूरी तरह से ऑनलाइन बैठकें हो रहीं हैं, ताकि कोरोना संक्रमण से सरकारी काम प्रभावित न हो।
कोरोना संक्रमित होने के बाद केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अस्पताल में ही कई ऑनलाइन बैठकें लीं। उनके कोरोना संक्रमित होने के बाद से पूरा स्टाफ आइसोलेशन में चला गया। जिसके बाद से अब सभी बैठकें पूरी तरह ऑनलाइन हो रहीं हैं। केंद्र सरकार की बात करें तो गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाइक, कृष्णपाल गुर्जर अब तक कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। हालांकि गृहमंत्री अमित शाह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं।
राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मंत्री कोरोना संक्रमित हुए हैं। यहां अब तक 14 मंत्री कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। जिसमें से दो मंत्री चेतन चौहान और कमला रानी का कोरोना संक्रमण से निधन हो चुका है।
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमित होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वस्थ हो चुके हैं जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अभी कोरोना संक्रमित हैं।इसी तरह से लगभग सभी राज्यों के कुछ मंत्री कोराना संक्रमित हैं।
केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, मंत्री और उच्च अधिकारियों में कोरोना संक्रमण के बढ़े खतरे को देखते हुए अब फुल वर्चुअल मीटिंग पर जोर दिया जा रहा है। अमूमन 30 प्रतिशत स्टाफ के साथ ही ऑफिस वर्क हो रहा है।


